संदीप के भाई प्रदीप की भी उपचार के दौरान हुई मौत 


प्रदीप की मौत की खबर सुनते ही उसके परिजनों में मचा कोहराम 


संदीप की 13 दिन पहले गोली मारकर करदी गयी थी हत्या 


हमले में प्रदीप हुआ था गंभीर रूप से घायल, तबाही से चल रहा था उपचार 


- मृतक के पिता की ओर से 3 महिलाओं सहित सात लोगों को किया गया था नामजद  


अबतक तीन आरोपियों को पुलिस भेज चुकी है जेल 



सरधना (मेरठ) सरधना थाना क्षेत्र के छबड़िया गांव में 12 दिन पूर्व रात को दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया था । संघर्ष के दौरान एक पक्ष ने ताबड़तोड़ फायरिंग और धारदार हथियारों से हमला करते हुए संदीप को मौत के घाट उतार दिया था। हमले में घायल संदीप का भाई प्रदीप का तभी से चल रहा था उपचार। जिसकी शुक्रवार को उपचार के दौरान मौत हो गयी है। संदीप की मौत का जख्म अभी भरा नहीं था की प्रदीप की भी मौत हो गयी। जिसके चलते उसके परिजनों में मातम का माहौल है वही गांव व आसपास के इलाके में शोक की लहर है। इस मामले में पुलिस ने अबतक तीन आरोपियों को जेल भेजा है।  


थाना सरधना क्षेत्र के गांव छबड़िया निवासी महीपाल सिंह पुत्र स्वः रघुवीर ने थाने में तहरीर देते हुए बताया कि 16 अप्रैल को वह अपने खेतो पर अपने लड़को प्रदीप व संदीप व अपने चचेरे भाई वीरेन्द्र उर्फ मून्नू पुत्र तेजपाल और परिवार के ही बिरेन्द्र पुत्र रघुवर शरण व अमित पुत्र सुरेशपाल के साथ शाम के करीब 6 बजे गन्ने की बुग्गी भरने जा रहे थे। तब गाँव के ही ओमबीर पुत्र टीकम ने अपने खेत के पास रास्ते में पिलर बना रखा था पिलर में बुग्गी लगने से पिलर उखड़ गया था। इसी बात को लेकर ओमबीर ने हमारे साथ कहा सुनी की थी। शाम के करीब 7 बजे जब हम सब लोग गन्ने की मरी बुग्गी लेकर वापस आ रहे थे। तो जब हम सब लोग ओमबीर के खेतों के पास पहुंचे तो वहाँ पर खड़े पहले से ही ओमबीर पुत्र टीकम व उसके पुत्र सतेन्द्र उर्फ पिन्टू व जितेन्द्र उर्फ पिन्का व ओमबीर का पोता अमनदीप उर्फ अंन्चित पुत्र सतेन्द्र उर्फ मिन्टू व सैन्दर कौर पत्नी सतेन्द्र उर्फ पिन्टू व उर्मिला पत्नी जितेन्द्र उर्फ पिन्का व प्रिती पुत्र सतेन्द्र उर्फ पिन्टू ने अपने हाथों में तमचे व पिस्टल व फरसे लेकर खड़े हुये थे। इन सभी लोगो ने हमे रास्ते में रोककर हमारे साथ गाली गलौच शुरू कर दी हम सभी लोगो ने इन लोगो को गाली देने से मना किया तो, इन सभी लोगो ने एक राय होकर जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया और ओमबीर, सतेन्द्र, जितेन्द्र व अमनदीप ने अपने हाथो मे लिये अवैध तंमचे व पिस्टल से हमारे उपर जान से मारने की नीयत से ताबड़ तोड़ गोलियाँ चला दी। जिसमें मेरे लडके संदीप व प्रदीप व परिवार के ही बिरेन्द्र को गोली मार दी और उर्मिला, शैन्दरकौर व प्रिति ने अपने हाथ में लिये फरसो से गोली लगे नीचे पड़े मेरे पुत्र संदीप व प्रदीप व मेरे चचेरे भाई विरेन्द्र पुत्र तेजपाल व अमित पुत्र सुरेशपाल के उपर जान से मारने की नीयत से वार किये गोलियों की आवाज व शौर शराबा सुनकर गाँव के लोग भौके पर आ गये जिन्हें आता देख ये सभी लोग हमे जान से मारने की धमकी देते हुये भाग गये। गाँव वालो की मदद से सभी घायलो को सरकारी अस्पताल सरधना ले लाया गया जहाँ पर प्राथमिक उपचार के बाद गम्भीर हालत देख सभी घायलों को मेरठ रेफर कर दिया। जिसमें घायल अमित को मेडिकल अस्पताल मेरठ में भर्ती कराया तथा बाकी घायलों को ग्लोबल हॉस्पिटल मोदीपुरम मेरठ में भर्ती कराया जहाँ पर संदीप को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने उक्त मामले में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों की धरपकड़ के लिए संभावित स्थानों पर दबिश दी। तीन दिन बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी जितेंद्र पुत्र ओमवीर को को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जितेंद्र के पास से हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा व खोका कारतूस बरामद किया गया था। इसके दो दिन बाद को पुलिस ने हत्यारोपी सतेन्द्र उर्फ़ पिंटू व अमनदीप उर्फ़ अंन्चित को गिरफ्तार कर जेल भेजा था । शुक्रवार को घायल प्रदीप की मेरठ के आनंद हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गयी। प्रदीप की मौत की खबर से उसके परिजनों में मातम का माहौल है वही क्षेत्र में शोक की लहर है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रदीप के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। 


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