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गोतस्कर अकबर बंजारा भाई समेत असम में हुआ ढेर

 पुलिस की कस्टडी से भागने में मारे गए दो लाख के इनामी
 बांग्लादेश तक फैला था धंधा, चार दिन पहले मेरठ पुलिस ने दबोचा था

मेरठ। असम में बड़े पैमाने पर गो तस्करी करने वाले अकबर बंजारा को पुलिस ने उसके एक भाई के साथ पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया। मेरठ पुलिस ने चार दिन पहले ही असम से दो लाख के इनामी अकबर बंजारा को उसके भाई सलमान के साथ गिरफ्तार किया था। सूचना पर असम पुलिस यहां पहुंची थी और दोनों को अपने साथ ले गई थी।
असम पुलिस दोनों को रिमांड के लिए अदालत ले जा रही थी, इसी दौरान दोनों तस्करों ने भागने का प्रयास किया और मारे गए। दोनों ने ही असम समेत कई राज्यों की पुलिस के नाक में दम कर रखा था।
उल्लेखनीय है कि फलावदा के रहने वाले अकबर बंजारा ने अपने दो भाइयों के साथ मिलकर उनसे पशु तस्करी का जाल यूपी समेत असम, मेघालय, वेस्ट बंगाल, मिजोरम तक फैला लिया था। ये लोग बांग्लादेश तक बंद बॉडी के ट्रक (कंटेनर) से गोवंश पहुंचाते थे। इस गैंग को एसओजी और फलावदा पुलिस ने चार दिन पहले पकड़ा। पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए।
अकबर पर असम राज्य से 2 लाख का इनाम था। असम राज्य की पुलिस ने मेरठ पुलिस को यहां आकर दो लाख की इनामी राशि सौंपी और फिर अकबर व उसके भाई सलमान को साथ ले गई। अकबर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसकी गैंग में शामिल लोग प्रतिबंधित कटान वाले पशुओं, जिनमें गाय, बैल, बछड़े शामिल हैं, की तस्करी करते हैं। इन्हें अलग-अलग राज्यों से पश्चिम बंगाल और मेघालय से बांग्लादेश पहुंचाने का काम करते हैं।
असम पुलिस लंबे समय से अकबर को लेकर परेशान  थी और इसके चलते ही उस पर दो लाख का इनाम घोषित किया था। उनकी गिरफ़तारी की सूचना पर असम की पुलिस यहां पहुंची और दोनों को अपने राज्य असम ले गई। असम पुलिस की मानें तो दोनों अपराधी वहां पुलिस की गिरफ्त से भाग रहे थे, तभी घेराबंदी के दौरान मुठभेड़ में अकबर और उसका भाई मारे गए।
मेरठ के एसपी देहात केशव कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा अकबर बंजारा औद उसका भाई सलमान पर असम पुलिस ने दो लाख का इनाम रखा था। दोनों भाइयों को मेरठ पुलिस ने एक सप्ताह पहले गिरफ्तार किया था। उसके बाद दोनों भाइयों को असम पुलिस अपने साथ असम ले गई थी। 

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