यूजीसी-एचआरडीसी के तत्वाधान में आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित छः दिवसीय एफडीपी का समापन

मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लाइफ साईंस एंड टेक्नोेलॉजी में यूजीसी-एचआरडीसी के तत्वाधान में चल रहे छः दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमैन्ट प्रोग्राम का समापन हुआ। महाकौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आरके मिश्रा, एलएनसीटीयू भोपाल के कुलपति प्रो0 एन के थापाकी, बीयूएटी बांदा के कुलपति प्रो0 एनपी सिंह, एसपीयूपी जोधपुर के कुलपति डा0 आलोक त्रिपाठी आईपीएस (आर) मुख्य रूप से उपस्थित रहें। समारोह के मुख्य अतिथि उच्च न्यायलय प्रयागराज यूपी के पूर्व मुख्य न्यायधीश माननीय गोविन्द माथुर रहे। समारोह की अध्यक्षता प्रो0 केएल श्रीवास्तव कुलपति जेएनबी विश्वविद्यालय जोधपुर ने की। 

यूजीसी-एचआरडीसी के डायरेक्टर प्रो0 राजेश कुमार दुबे ने देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में चल रहे छः विभिन्न एफडीपी के सफल समापन का उद्बोधन किया। उन्होंने आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित एफडीपी के कोर्डिनेटर प्रो0 डा0 नवनीत शर्मा डीन स्कूल ऑफ लाइफ साईंस एंड टेक्नोलॉजी को बधाई दी। 

अन्य विश्वविद्यालयों के संकाय अध्यक्ष एवं सीनियन प्रोफेसर में मुख्य रूप से डा0 अशोक शर्मा, सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी जम्मू डा0 के के शर्मा, पूर्व कुलपति राजस्थान विश्वविद्यालय, डा0 अशोक निमेश, सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी झारखण्ड ने एफडीपी के विषय में अपने विचार व्यक्त किये। डा0 निधि सन्ट्रल असिस्टेंट डायरेक्टर यूजीसी-एचआरडीसी ने कार्यक्रम का समन्वय किया। 

फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम की विशेषता यूपी के 5 विश्वविद्यालयों के कुलपति का एक ही मंच पर होना रहा। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में यूजीसी-एचआरडीसी के तत्वाधान में आयोजित प्रथम एफडीपी के यूजीसी के मानको के अनुरूप सफलतापूर्वक संपन्न कराने पर आईआईएमटी को यूजीसी के अन्य कार्यक्रम मिलने की संभावना है। यूजीसी डायरेक्टर के अनुसार शिक्षको की घण्टे की कठोर ट्रेनिंग एवं अन्त में परीक्षा में सफल होने के बाद ही प्रमाण पत्र दिया जायेगा।

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