शुरुआत में इंजीनियरिंग की बस 2 ब्रांच सिविल और मैकेनिकल में पुरा बैसिकस् भौतिकी और गणित था

Meerut-शोभित विश्विधालय के विभाग् स्कूल ऑफ बेसिक एंड अप्लिएड साइंसेस ने वेबिनार “भौतिकी के उपयोग को हम इंजीनियरिंग मे कैसे हो” कराया  मुख्य वक्ता डॉ अशोक, असिस्टेंट प्रोफेसर, शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ आपोलिएड साइंसेस फॉर वुमेन, यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली  थे। 

कार्य क्रम की शुरुआत विभाग् के असिस्टेंट प्रोफेसर शमशाद हुसैन ने मुख्य वक्ता का परिचय देते हुए किया। डॉ अशोक कुमार ने आपने व्याख्यां मै भौतिकी के उपयोग को हम इंजीनियरिंग मे कैसे हो तथा उन्होंने कुआंतम् भौतकी की जरूरत क्या है और क्या इसकी जरूरत है। उनके माध्याम् से बताया गया कि शुरुआत में इंजीनियरिंग की बस 2 ब्रांच सिविल और मैकेनिकल में पुरा बैसिकस् भौतिकी और गणित था कैसे धीरे धीरे ये अन्य ब्रांच में बदलता गया। और आज के दौर में हम आपने इंजीनियरिंग के कोर्स में कैसे भौतकी के सहारे नई दिशा दे रहे है। उनके व्याख्या में इंजीनियरिंग के इतिहास तथा आने वाले कल मै कैसे हम नई शिक्षा नीति के अनुसार अप्लिएड् साइंसेस के कोर्स की महत्त्व बढ़ रहा है।इस प्रोग्राम मै 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। अंत में वक्ता द्वारा प्रश्नों के बड़ी सरलता से जवाब दिये। मुख्य रूप से विभाग के प्रोफेसर डॉ राकेश कुमार जैन, डॉ ज्योति शर्मा, डॉ अनिल निषाद, डॉ एविगेनिया झरिकोवा, एवं अभिनव पाठक का योगदान रहा।

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