महिला कोच की धोखाधड़ी से मेरठ  की नेशनल डेफ एडं डम प्लेयर प्रतियोगिता से हुई बाहर

   मीडिया के माध्यम से कोच पर कार्रवाई की लगायी गुहार  
मेरठ। मिशन शक्ति के  माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ाने की पूरे देश में हो रही है। लेकिन महिलाएं ही महिलाओं की प्रतिभा को आगे बढ़ने में बाधक साबित हो रही है मेरठ की एक  नेशनल  बैडमिंटन प्लेयर जो न बोल सकती है। न ही सुन सकती है। लेकिन जल्बा  इतना की देश के  लिए पदक जीतना चाहती है। उसकी राह में रोड़ा बनी उसकी कोच जिनसे दिल्ली में  आयोजित हुए ट्रालय में पहले ही ट्रायल में कम अंक देकर प्रतियोगिता से बाहर कर दिया। अब नेशनल प्लेयर ने मीडिया के सामने आकर कोच के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगायी है।
  कई प्रतियोगिता में शिरकत करने वाली निशा परवीन कई  नेशनल बैडमिंटन प्रतियोगिता जीत चुकी है । निशा परवीन  न बोल सकती है और न सुन सकती है लेकिन जज्बा इतना है की अपने देश के लिए गोल्ड मेडल लाने का सपना पूरा करना चाहती है। मीडिया से बात करते हुए निशा परवीन के कोच चांद बहादुर ने बताया की इस लड़की में इतना हौसला है की यह लड़की अपने देश के लिए गोल्ड मेडल जरूर लाएगी लेकिन दिल्ली में होने वाले बैडमिंटन ट्रायल में निशा परवीन के साथ वहा की सोनू मैडम नाम की कोच ने निशा के सात बहुत गंदा व्यवहार किया और धोखा धड़ी से उसके प्वाइंट गलत लिखे और उसको पहले ही राउंड में बाहर कर दिया।  उन्होंने बताया दरअसल निशा परवीन न बोल सकती है और न सुन सकती है इसलिए उसके साथ इतना सब कुछ हो गया।
      निशा परवीन ने बताया की उसने अपने ही मन में  8 प्वाइंट जोड़ रखे थे और सोनू मैडम कोच ने सिर्फ 2 प्वाइंट ऐड करते हुए उसको बाहर कर दिया और फिक्सिंग करते हुए अपने ही 2 खिलाड़ियों को सेलेक्ट कर लिया।  उन्होंने बताया कि  दिल्ली में ऑल इंडिया स्पोर्ट्स काउंसिल ऑफ द डीफ का नेशनल सलेक्शन ट्रायल बैडमिंटन टूर्नामेंट दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम में हुआ था। 

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