अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवसः आईआईएमटी विश्वविद्यालय में महिला पत्रकारों ने साझा किये अनुभव

मेरठ। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पर आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ के जनसंचार एवं फिल्म एंड टेलीविजन स्टडीज विभाग द्वारा मीडिया के क्षेत्र में महिला पत्रकारों के लिए आकांक्षाएं और चुनौतियाँ विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।  वेबिनार में चिकित्सा, फिल्म, कला और मीडिया के क्षेत्र में ने बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही महिलाओं द्वारा प्रतिभागिता की गई। उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी और मीडिया के क्षेत्र में जाने की इच्छुक महिला पत्रकारों  को आगे बढ़ने के सूत्र  शेयर किए।
मीडिया में महिला पत्रकारों की चुनौतियां और आकांक्षाएं विषय पर आयोजित वेबिनार में अपने-अपने व्यवसाय में सफलता के झंडे गाड़ चुकी महिलाओं ने छात्रों को आॅन लाइन संबोधित किया। मणिकर्णिका अवार्ड से सम्मानित भारत समाचार चैनल लखनऊ की प्राइम टाइम एंकर शिवानी बाजपेयी ने अपने संघर्ष का रास्ता छात्रों के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि मीडिया को पुरुषों का मंच माना जाता है, ऐसे में खुद को साबित करने के लिए लड़कियों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
नई दिल्ली से वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती अनीता चैधरी ने बताया कि उन्होंने लोगों को गलत साबित करने के लिए सात सालों से ज्यादा समय तक तक डिफेंस और क्राइम रिपोर्टिंग की जिससे आखिरकार उनके काम को पहचान मिली और लोगों ने उनकी रिपोर्टिंग की सराहना भी की। अनेक चैनलों के साथ काम कर चुकी वरिष्ठ पत्रकार अनीता चैधरी ने जोर देकर कहा कि मीडिया या किसी भी पेशे में सफल होने के लिए काम से दिल लगाना ही सीधा-सादा सा फार्मूला है। उन्होंने बताया कि महिलाओं के साथ कुदरती तौर पर कई समस्याएं होती हैं, मगर जब चुनौतियों का सामना डट कर किया जाता है तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
भारत समाचार चैनल लखनऊ  की एंकर और युवा संगम अवार्ड से सम्मानित श्रुति श्रीवास्तव ने मीडिया के फील्ड को महिलाओं के लिए बेहद चुनौती भरा बताया। श्रुति ने बताया कि महिलाओं को फील्ड रिपोर्टिंग से लेकर अपने ही न्यूज चैनल में अक्सर फिकरेबाजी या ईव टीजिंग का शिकार होना पड़ता है। मगर जुनून और जज्बे के साथ ही मीडिया या किसी भी अन्य में महिलाएं अपना नाम रौशन कर सकती हैं।
गायनोकाॅलोजिस्ट, सामाजिक कार्यकर्त्री और पूजा हाॅस्पिटल नजीबाबाद  की को-फाउंडर, ष्आत्मनिर्भर नारी सर्व हितकारष् किताब की लेखिका और फिल्म अभिनेत्री डाॅ राखी आनंद अग्रवाल ने महिलाओं को सफल होने के लिए टाइम मैनेजमेंट सही करने की जरुरत जताई। उन्होंने बताया कि महिलाओं को पुरुषों से ज्यादा मेहनत करनी होती है और उनके साथ दिक्कतें भी ज्यादा होती हैं। मगर सफलता के लिए महिलाओं को टाइम मैनेजमेंट करना बेहद जरूरी होता है। वेबिनार में सवालों का जवाब देते हुए महिलाओं ने किसी से चुनौती रखने की जगह अपना सर्वश्रेष्ठ करने की सलाह दी। वहीं छात्रों ने भी मीडिया और बाकी फील्ड की चुनौतियों के बारे में अपने सवाल बेबाकी से रखे।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के डीन डाॅ सुभाष चंद्र थलेड़ी ने आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता, विश्वविद्यालय की कुलपति डाॅ दीपा शर्मा जी, प्रति उपकुलपति डाॅ सतीश बंसल का आभार जताया। पत्रकारिता विभाग की छात्रा सोनल चैहान ने अतिथियों का आभार जताते हुए महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा ने अतिथियों और कार्यक्रम से आॅन लाइन माध्यम से जुड़े छात्रों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. पृथ्वी सेंगर ने किया। विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डाॅ नरेंद्र कुमार मिश्रा, पृथ्वी सेंगर, निशांत सागर, डाॅ विवेक सिंह, विभोर गौड़ और सचिन गोस्वामी ने कार्यक्रम में सहयोग दिया।

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