साम्जस्य बना ले तो कोई समस्या नहीं आएंगी
नारी होने का अर्थ पर वेबीनार का आयोजन
मेरठ। नारी होने का अर्थ के अंतर्गत विवाह पूर्व व विवाहोत्तर कैरियर का स्त्री पक्ष विषय पर ग्लोबल सोशल कनेक्ट तथा सभ्यता अध्ययन केंद्र, दिल्ली के सौजन्य से वैबिनार आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता रही डा रुबी बख्शी खुर्दी प्राध्यापिका, लेखिका, ग्लोबल गुडविल अम्बेस्डर, स्वीडजरलैंड तथा सुश्री नीरजा बंदी बैस्टसेलिंग राईटर, ब्लागर एवं संचालन प्रबंधन।
कार्यक्रम का आरम्भ रीतिका द्वारा विषय से अवगत कराकर किया गया और वक्ताओं के परिचय द्वारा हुआ। तत्पश्चात सुश्री गीता सचदेवा कपूर ने नारी तू ही शक्ति है पर अपना मधुर गीत सुना सभी को अभिभूत किया। दोनो वक्ताओं द्वारा विषय पर अपने विचार रखे गए। डा. रुबी बख्शी ने कहा कि विवाहोत्तर घर परिवार और कार्यस्थल के मध्य यदि हम सामंजस्य बना लेंगे तो कोई समस्या आयेगी नहीं आवश्यक है टाइम मैनेजमेंट और विचारों का आदान प्रदान की।
नीरजा ने कहा कि आज समय बदल गया है हमें भी बदलना होगा।नवीन युवा पीढ़ी की उर्जा को समझना होगा और वृक्ष का उदाहरण देकर बताया कि कैसे वो अंधकार में बोया जाता है और धीरे धीरे बड़ा वृक्ष बनता है ऐसे ही नारी जीवन को बनना है।
वीना अरोड़ा द्वारा कार्यक्रम का संचालन कर एक प्रश्नोतर राउंड द्वारा दर्शकों की जिज्ञासा और समस्या को बड़े ही सटीक एवं सार्थक तथा तर्क पूर्ण उत्तर वक्ताओं द्वारा दिए गए। जैसे क्या वर्तमान समय में महिलांए कैरियर शुरू किये बिना ही विवाह कर सकती हैं।
ऋचा सिंह अध्यक्षा ग्लोबल सोशल कनेक्ट ने सभी को धन्यवाद पारित किया और कहा कि इस प्रकार के आयोजन जागरूकता की मिसाल हैं और समय .समय पर होते रहने चाहिए। वेबीनार में रवि शंकर, सुश्री शोभा सिंह, चिंतन चौधरी , रूपांशी प्रकाश, प्राची मिश्र , राहुल, राजीव तोमर, प्रीतिश कुमार,लक्ष्मी शर्मा, निशि आदि ने सहभागिता की ।
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