90 मीटर लंबी मशीन सड़क के नीचे तैयार करेगी रैपिड सुरंग,ऊपर स्पीड से दौड़ेगा ट्रैफिक
मेरठ। दिल्ली मेट्रो के बाद अब हाईटेक तकनीक का आधुनिक संगम मेरठ में देखने को मिलेगा। जिसमें मशीन और मनुष्य मिलकर सड़क के नीचे तेज गति से दौड़ने वाली रैपिड रेल के लिए सुरंग बनाने का काम करेंगे। नीचे 90 मीटर लंबी मशीन अपना काम करेगी और ऊपर सड़क पर स्पीड से ट्रैफिक दौड़ेगा।
दिल्ली से मेरठ तक 100 की स्पीड से चलने वाली रैपिड रेल कई मायनों में हाईटेक तकनीक की जीता जागता मिसाल होगी। पहले तो दिल्ली मेट्रो को ही हाईटेक तकनीक से लैस कहा जाता है लेकिन दिल्ली से मेरठ तक चलने वाली रैपिड तकनीक मामलों में उससे भी कहीं आगे होगी। मेरठ में अब काफी व्यस्त वाले इलाकों में रैपिड की सुरंग को बनाने का काम शुरू हो चुका है। इससे पहले गाजियाबाद के आनंद बिहार में रैपिड सुरंग की खोदाई का काम पूरा हो चुका है। अब मेरठ में सुरंग की खोदाई का काम शुरू हो चुका है। इसके लिए 90 मीटर लंबी मशीन को सड़क के भीतर जमीन में उतारा जाएगा। सुरंग की खोदाई का काम इसी मार्च महीने के तीसरे सप्ताह से शुरू हो सकेगा। सुरंग की खोदाई के लिए अभी से ही इन 90 मीटर लंबी मशीन के एसेंबलिंग का काम तेजी से शुरू हो चुका है। इंजीनियरो की टीम इस 90 मीटर लंबी मशीन के कलपुर्जे जोडऩे का काम कर रही है। दूसरी मशीन की असेंबलिंग के लिए होल करने का काम तेजी से शुरू है। सुरंग की खोदाई के काम में चार मशीनें जमीन के भीतर उतारी जाएगी। इनमें से दो मशीनें भैंसाली बस अडडे से बागपत चौराहे की ओर तक जाएगी। जबकि
अन्य दो मशीन बेगमपुल की तरफ सुरंग बनाने का काम करेंगी। इसे बाद यहीं मशीनें बेगमपुल से गांधी बाग तक जाएगी। एक मशीन एक दिन में 30 मीटर तक की खोदाई का काम करेगी। इसके बाद 4 मीटर तक लंबे सेगमेंट जोड़कर सुरंग तैयार की जाएगी। एक सेगमेंट की मोटाई 30 मिमी होगी। सुरंग की एक रिंग बनाने के लिए सात सेगमेंट को जोड़ा जाएगा।
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