जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर 789 गर्भवती महिलाओं ने करायी जांच
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस में 83 गर्भवतीउच्च जोखिम गर्भावस्था वाली चिन्हित
मेरठ, 10 मार्च 2022। जनपद के स्वास्थ्य केन्द्रों पर बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया गया। स्वास्थ्य केन्द्रों पर 789 गर्भवती की जांच की गयी। इस दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं को चिन्हित किया गया।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (यूपीएचसी) जाहिदपुर में शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का शुभारंभ करते हुए कहा- हर गर्भवती को गर्भकाल के दौरान चारबार जांच जरूर करानी चाहिए, जिससे मातृत्व को सुरक्षित किया जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया -केन्द्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया हुआहै, जिससे मातृ व शिशु मृत्यु दर को रोका जा सके। उन्होंने बताया प्रदेश सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह गंभीर है। महिलाओं के लिये कई योजना चलायी जा रही हैं। उनमें एक योजना यह भी है, जोगर्भवती की सुरक्षा के लिए है। उन्होंने बताया गर्भकाल के दौरान महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया जिले में 12 ब्लॉक में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र,26 यूपीएचसी व जिला महिला अस्पताल एवं मेडिकल कालेज में गर्भवती की जांच की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा महिलाएं जांच कराने में किसी प्रकार का संकोच न करें। जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है।
कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा. पूजा शर्मा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला पर गर्भवती को योजना के फायदे बताते हुए जागरूक किया। वहीं छात्राओं को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवसके बारे में विस्तार से बताया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. विपुल ने केंद्र पर आई गर्भवती को जांच कराने के लिये संदेश दिया। जिला मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता ईलमा अजीम ने बताया इस दौरान गर्भवती महिलाओं की खून की जांच, ब्लड शुगर,हिमोग्लोबिन , पेशाब की जांच के साथ उनका वजन किया गया। इस दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली गर्भवती भी चिन्हित की गयीं, जिन्हें उपचार के लिये उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों पर रेफर किया गया। उन्होंने बताया इस अवसर पर गर्भवती के खाते भी खोले गये,जिससे वह संस्थागत प्रसव से मिलने वाला लाभ उठा सकें।
No comments:
Post a Comment