मेरठ। इस बार यूपी विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग बहुत खास करने जा रहा है। निर्वाचन आयोग इस कड़ी में समाज के सभी वर्गों को लोकतंत्र के उत्सव में शामिल करने की कोशिश कर रहा है। इसी कड़ी में अब प्रदेश के हर जिले में दिव्यांगजन पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव का काउंट डाउन कभी भी शुरू हो सकता है। वैसे निर्वाचन आयोग ने इसकी तैयारी करीब-करीब पूरी कर ली है। सभी कुछ ठीक रहा तो इसी माह चुनाव की तिथियों का भी ऐलान हो सकता है। निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को अपनी तैयारियां तेज करने के लिए कहा है। आयोग के दिशा-निर्देश अनुसार जिलों में भी तैयारियां जोरो पर हैं। प्रभारी अधिकारियों को पहले ही कार्यभार सौंप दिया गया है। सभी इसी क्रम में कार्य को अंजाम देने में जुटे हैं। इस बार विधानसभा चुनाव पिछले चुनावों से बिल्कुल भिन्न होंगे। एक तरफ जहां ये चुनाव हाईटैक तरीके से संपन्न कराने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि होगी। वहीं दूसरी ओर समाज के हर वर्ग के लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित कराने की तैयारी आयोग ने कर ली है। लोकतंत्र के उत्सव को यादगार बनाने के लिए इस बार कई नए प्रयोग निर्वाचन आयोग करने जा रहा है। जिससे हर मतदाता लोकतंत्र के इस सबसे बड़े उत्सव का आनन्द ले सकें और मतदान के इस उत्सव में अपने बहुमूल्य वोट का उपयोग कर सके। इस क्रम में प्रदेश के प्रत्येक जिलों में दिव्यांगजन के नाम भी चार बूथ बनाए जाएंगे। दिव्यांगजनों के नाम से बने इन मतदान केंद्रों में मत का उपयोग तो सभी अधिकृत मतदाता कर सकेंगे। लेकिन इन बूथों की कमान पूरी तरह से दिव्यांगजनों के हाथ में होगी। यानी कि इन चारों बूथों पर दिव्यांगजन मतदान कर्मी ही ड्यूटी करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मांगी रिपोर्ट : मेरठ में सात विधानसभाएं हैं। सभी विधानसभाओं के आरओ से जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से बूथों के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि बूथों का निरीक्षण कर लें। बेहतर बूथ का चयन कर रिपोर्ट दें ताकि इस दिशा में तैयारी किया जा सके। इस कार्य मे सामाजिक संस्थाओ की भागीदारी पर भी विचार किया जा रहा है।

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