मेरठ | चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के तिलक स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मॉस कम्युनिकेशन विभाग में आयोजित सिनेमेटोग्राफी कार्यशाला आज समापन हुई, जिसमें प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

कोरोना के कारण आज एक दिन पूर्व ही राष्ट्रीय स्तरीय कार्यशाला का समापन किया गया, जिसमें 60 प्रतिभागियों ने अलग अलग समूहों में कार्य कर 18 शॉट्स की फिल्मों का निर्माण किया व साथ ही उन्हीं फिल्मों को प्रदर्शित भी किया गया। विशेषज्ञ/ फिल्म मेकर विलय शंकर ने सभी को सिनेमैटोग्राफी में इस्तेमाल होने वाले लैंस का व्याख्यान दिया, उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रकार के शॉट हेतु अलग अलग कैमरा लैंस इस्तेमाल किए जाते हैं, जिससे एक बेहतरीन आउटपुट हमें प्राप्त होता है। प्रतिभागियों ने कार्यशाला के अपने अनुभवों को साझा किया, बीजेएमसी प्रथम वर्ष के शिवम प्रताप ने कहा कि कईं ऐसे महत्वपूर्ण बिंदु जानने को मिले जिनके बारे में पता ही नहीं था, बीजेएमसी अंतिम वर्ष के सावन कन्नौजिया ने कहा कि कार्यशाला में प्रतिभाग करने के बाद पता चला कि एक अच्छी फिल्म के लिए कितनी मेहनत की जाती है व किन एंगल्स से शॉट लेने पर कन्टेंट अच्छा बनता है। 

फिल्म मेकर विलय शंकर ने कहा कि प्रतिभागियों का सिनेमेटोग्राफी के विभिन्न पहलुओं को जानने की इच्छा देखकर अच्छा लगा है, मैं चाहता हूं कि जो हमने सात दिन में पढ़ा उसका अभ्यास भी किया जाए। इसलिए मन लगाकर अभ्यास भी करें। विभागाध्यक्ष डॉ प्रशांत कुमार ने फिल्म मेकर विलय शंकर का धन्यवाद पेड़ व शॉल देकर किया व कहा कि ऐसी कार्यशालाएं जो व्यक्तित्व निर्माण में जरूरी हैं को भविष्य में भी विभाग आयोजित कराता रहेगा ताकि छात्र छात्राएं लाभान्वित होते रहें। प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने फिल्म मेकर व विभाग स्टाफ का धन्यवाद किया। संचालन बीनम यादव ने किया। इस अवसर पर सभी प्रतिभागी छात्र छात्राओं को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

इस दौरान विभागाध्यक्ष प्रो. प्रशांत कुमार, डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव, बीनम यादव, मितेंद्र गुप्ता, राकेश, ज्योति वर्मा, सावन कन्नौजिया, अंकुश कुमार, नैना, सागर राठी, सौरभ, अंश राज शंकर, कोपल, वेरोनिका, अर्पित भारद्वाज, तनु, नाजर, राजीव मौजूद रहे।

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