मेरठ। सात कंपनियों से सामान मंगवाने के नाम पर स्टैग स्पो‌र्ट्स साल्यूशन कंपनी के साथ 16.5 करोड़ की ठगी के मामले की जांच ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) से कराने की रिपोर्ट पुलिस ने भेज दी है। दरअसल 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी के मामलों की जांच ईओडब्ल्यू करती है। पुलिस का कहना है कि दिल्ली की सात कंपनियों के खातों के लेनदेन का रिकार्ड भी बैंकों से मागा था, जो अभी तक नहीं मिला है।

मंगल पांडे नगर निवासी विनीता कोहली पत्नी प्रणव कोहली और मोनिका कोहली पत्नी राकेश कोहली स्टैग स्पो‌र्ट्स साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक हैं। विनीता कोहली के पति प्रणव कोहली निवासी सदर बाजार ने कुछ माह पूर्व उनकी कंपनी के साथ मिलकर कोरोना संक्रमण में इस्तेमाल होने वाले सामान की सप्लाई शुरू की थी। स्टैग स्पो‌र्ट्स साल्यूशन कंपनी के खातों में गिव फाउंडेशन कंपनी द्वारा 10 करोड़ और मई-2021 में पाथ फाउंडेशन ने पांच करोड़ रकम स्थानांतरित की गई। यह रकम कंपनी को बेंगलुरू और दिल्ली की कंपनियों ने बतौर आर्डर स्टैग स्पो‌र्ट्स साल्यूशन कंपनी को दी थी। यही रकम प्रणव कोहली ने दिल्ली की सात कंपनियों को भेजकर सामान का आर्डर दिया था। कंपनियों ने सामान का आर्डर नहीं भेजा, न ही रकम वापस की। एसपी क्राइम की जाच में सामने आया कि इस पूरे प्रकरण में प्रणव कोहली दोषी है। उसके कहने पर ही कंपनियों ने रकम भेजी थी। प्रणव के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो चुका है। मुकदमा 16.5 करोड़ रुपये की ठगी का है। इसलिए मेडिकल पुलिस ने मुकदमा ईओडब्ल्यू को स्थानांतरित करने के लिए रिपोर्ट भेज दी है। कप्तान की संस्तुति के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इंस्पेक्टर संत शरण सिंह ने बताया कि शासन के आदेश मिलने पर मुकदमा आर्थिक अपराध शाखा को भेजा जाएगा।

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