पंचायती राज विभाग भी हुआ सक्रिय
- कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने पर रहेगा जोर
- निगरानी समितियों को भी किया जा रहा है सक्रिय
हापुड़, 05 दिसंबर, 2021। कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मद्देनजर जिलें में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए हैं। जिला पंचायती राज विभाग ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के उद्देश्य से अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। जिला पंचायती राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया जनपद की सभी 273 ग्राम पंचायतों में इस जोखिम का आंकलन करने, लोगों को जागरूक करने और सार्वजनिक स्थानों
पर कोविड प्रोटोकॉल मसलन, दो गज की भौतिक दूरी, ठीक से व अच्छी गुणवत्ता वाले मॉस्क का प्रयोग, हाथों को बार-बार धोने, सेनेटाइज करने और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही गांव में बाहर से आने वाले व्यक्ति पर नजर रखने, उसके बार में सूचित करने के साथ ही यदि उसमें कोविड से मिलते-जुलते लक्षण दिखें तो उसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को देने के लिए कहा गया है।
पर कोविड प्रोटोकॉल मसलन, दो गज की भौतिक दूरी, ठीक से व अच्छी गुणवत्ता वाले मॉस्क का प्रयोग, हाथों को बार-बार धोने, सेनेटाइज करने और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही गांव में बाहर से आने वाले व्यक्ति पर नजर रखने, उसके बार में सूचित करने के साथ ही यदि उसमें कोविड से मिलते-जुलते लक्षण दिखें तो उसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को देने के लिए कहा गया है।
जिला पंचायती राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया ग्राम पंचायतों में पहले से गठित निरानी समितियों को सक्रिय करने, प्रतिदिन कोविड-19 के जोखिम का आंकलन करने और कोविड गाइड लाइन का पालन करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने के लिए कहा गया है। उन्होंने ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सदस्यों और समाज के अन्य प्रबुद्ध लोगों से भी इस जोखिम की समझ बढ़ाने और इसके प्रभाव को कम करने, लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के कारगर उपाय करने की अपील की है। उन्होंने बताया सभी सहायक विकास अधिकारियों और ग्राम पंचायत सचिवों को हिदायत दी गई है कि ग्राम पंचायत क्षेत्र में पूरी सतर्कता बरती जाए। अपर मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य के निर्देश पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही निगरानी समितियों को भी सचेत कर दिया गया है कि गांव में किसी बाहरी व्यक्ति आने की सूचना तत्काल जिला स्तरीय अधिकारियों को दी जाए और यदि किसी व्यक्ति में आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) और सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के लक्षण दिखते हैं तो उसके संबंध में तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग ऐसे सभी व्यक्तियों के पास रेपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) भेजकर आरटी-पीसीआर (कोविड) जांच के लिए सैंपल लेगा और उन सैंपल को जिला अस्पताल स्थित आरटी-पीसीआर लैब को भेजेगा। इसके साथ ही संबंधित को आइसोलेशन में रहने की सलाह भी दी जाएगी।
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