जीवन और टेक्नोलाजी के स्पर्धा का युग हैः पीएम मोदी
Kanpur-भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के दीक्षा समोराह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का आज का दौर पूरी तरह टेक्नोलाजी वाला है। यह अलग अलग क्षेत्रों में अपना दबदबा बना रहा है। बिना टेक्नोलाजी के जीवन अधूरा है, अब जीवन और टेक्नोलाजी के स्पर्धा का युग है। प्रधानमंत्री ने सभागार में मौजूद डिग्री हासिल करने वाले छात्रों से कहा कि मेरा आप पर भरोसा है और मै आज इतनी बातें कह रहा हूं, इतनी चीजें कर रहा हूं तो मुझे उनमें आपका चेहरा नजर आता है।
उन्होंने कहा कि आप कंफर्ट और चैलेंज में से चैलेंज को चुनें क्योंकि जो आराम को चुनता है वो पीछे रहता है। आपको ऐसा इंसान बनना है जो मुश्किलों को चुनकर उनका हल निकालता है। आप लगातार इनोवेशन में लगे रहते हैं। इन सबके बीच मेरा आप सबसे आग्रह है टेक्नोलॉजी की दुनिया में रहते हुए ह्युमन वैल्यू को मत भूलिएगा, अपने रोबोट वर्जन मत बनिएगा। क्योरिसिटी को बनाए रखिएगा, इंटरनेट पर जरूर काम करिएगा लेकिन इमोशन को मत भूलिएगा।
पीएम ने छात्रों से कहा, आजादी से अब तक देश बहुत समय गंवा चुका है, दो पीढ़ियां निकल गईं, अब हमें एक पल भी नहीं गंवाना है। आपको मेरी बातों में अधीरता नजर आती होगी मैं चाहता हूं कि आप भी ऐसे ही अधीर बनें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें। मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार हर तरह से आपके साथ है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर आईआईटी कानपुर के डिजीटिल डिग्री ट्रांसमिशन का शुभांरभ किया। इसके बाद उन्होंने भौतिकी वैज्ञानिक प्रो. रोहिणी एम गोडबोले, इंफोसिस के सह संस्थापक सेनापथी क्रिस गोपालकृष्णन और शास्त्रीय गायक पद्मश्री पंडित अजय चक्रवर्ती को मानद उपाधि प्रदान की।
पीएम मोदी का अखिलेश पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए सपा और अखिलेश पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने यूपी में अपराध का राज कायम किया, लेकिन सीएम योगी आए तो उन्होंने यूपी में कानून का राज स्थापित किया जिससे प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है।
इज ऑफ डूइंड बिजनेस को बेहतर करने पर भी काम हो रहा है। जिन लोगों की आर्थिक नीति ही भ्रष्टाचार हो वो यूपी का विकास नहीं कर सकते इसलिए उन्हें हर उस कदम से तकलीफ होती है जो समाज के लिए, विकास के लिए उठाए जाते हैं। तीन तलाक से लेकर महिलाओं की शादी की उम्र बढ़ाने तक का यह लोग विरोध करते हैं।
यह लोग ये भी कहते हैं कि ये तो हमने किया था, ये तो हमने किया था। मैं सोच रहा हूं बीते दिनों जो बक्से भर-भरके नोट मिले हैं नोट उसके बाद भी ये लोग यही कहेंगे कि ये भी हमने ही किया है। लेकिन वो क्रेडिट लेने नहीं आ रहे। नोटों का जो पहाड़ सबने देखा यही उनकी उपलब्धि है यही उनकी सच्चाई है।
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