हरिद्वार 24 नवंबर। दिल्ली के निर्भया के चारों दोषियो को फांसी पर चढ़ाने वाले यूूपी के मेरठ की काशीराम कालोनी निवासी पवन जल्लाद धर्मनगरी पहुंचे। बातचीत के दौरान पवन ने कहा कि निर्भया कांड की वह डरावनी रात प्रत्येक के दीमाग में है। किस तरह दरिंदों ने एक बेटी के शरीर को नोंच डाला था। सात वर्षों के बाद निर्भया कांड के चार दोषियों को फांसी की सजा मिली तो हर निर्भया को इंसाफ की उम्मीद जगी है।
उन्होंने कहा कि वह गंगा स्नान करने के लिए आये है। पवन ने बताया कि लोगों ने उन्हें हरिद्वार में पहचान लिया। पवन जल्लाद ने कहा कि मुझे कोई अफसोस नहीं है। बहन-बेटियों से दुष्कर्म करने वालों को फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए। कोई भी हो दुष्कर्म करने वाले को पता होना चाहिए कि उसे फांसी भी हो सकती है। यदि दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी होगी तो दुष्कर्म की घटनाओं में कमी भी आएगी।
उन्होंने कहा कि फांसी देने का काम पिछली तीन पीढियों से कर रहे हैं। चौथी पीढ़ी में मैं स्वयं इस काम को अंजाम दे रहा हूं उन्होंने कहा कि दादा कालू ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों को भी फांसी दी थी। उसके बाद उनके परदादा लक्ष्मण और पिताजी भी जल्लाद रहे। पवन जल्लाद ने बताया कि वह ऐसे जल्लाद हैं जिन्होंने निर्भया कांड के चारो आरोपियों को एक साथ फांसी दी है। पवन ने बताया कि उनका वेतन बहुत कम है परिवार का खर्च सात हजार में नहीं चल पाता है। पवन जल्लाद ने यह भी बताया कि मेरठ में घर घर जाकर कपड़ा बेचने का काम भी कर रहा हूं।
समाज में लोग मुझे जल्लाद कह कर बुलाते हैं लेकिन मुझे बुरा नहीं लगता। वेतन बढ़ोतरी को लेकर पवन जल्लाद जल्द ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे ।जबकि वर्तमान में देश में दो ही जल्लाद हैं एक वह स्वयं और एक लखनऊ में है। पवन ने कहा कि वह हरिद्वार सिर्फ मां गंगा का आशीर्वाद लेने आए है।


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