नावकोठी (बेगूसराय) थाना क्षेत्र अन्तर्गत कालीस्थान के निकट बूढ़ी गंडक नदी में डूबने से तीन युवक की मौत हो गयी है।यह घटना 11 बजे दिन की है।बताया गया कि तीनों मृतक और उनके साथी डूबने से पहले क्रिकेट खेल रहे थे।उसके बाद नदी स्नान करने आए।स्नान के समय पाँच साथी थे।नदी स्नान के दौरान एकाएक ज्यादा पानी होने के कारण सभी डूबने लगे।एक दूसरे को बचाने के चक्कर में दो तो बच गए लेकिन तीन युवकों की डूबने से मौत हो गयी।मृतक विक्की यादव पिता सरलु यादव, उम्र 21 वर्ष,वार्ड न० 1,राहुल कुमार पिता रामसेवक यादव उम्र 20 वर्ष,वार्ड न० 1 और कुलदीप मोची पिता शंकर मोची उम्र 30 वर्ष,वार्ड न० 1 नावकोठी के निवासी थे।राहुल यादव दिल्ली में रहकर मेडिकल की तैयारी करता था।कुलदीप मोची भी दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था।दोनों छ्ठ के अवसर पर गांव आए थे।मृतक कुलदीप मोची की मां लीरो देवी ने बताया कि मृतक के चार छोटे - छोटे बच्चे हैं। पत्नी ललिता देवी रोते और बिलखते हुए बोली कि अब हमरा आ ह्म्मर छोट - छोट बच्चा क के देखतै।घटना स्थल पर हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गया।घटना स्थल पर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी निरंजन कुमार,पुलिस इंस्पेक्टर संजय सिंह,थाना प्रभारी राजीब रंजन कुमार,जिला परिषद प्रतिनिधि राजेन्द्र शर्मा,नवनियुक्त मुखिया राष्ट्रपति कुमार उर्फ बिङ्डू सहित सभी मृतक की खोज के लिए एसडीआरएफ की टीम को फोन करते दिखे।लेकिन कार्तिक पूर्णिमा के चलते जगह - जगह जाम होने के कारण जबतक एसडीआरएफ की टीम आती तबतक ग्रामीण गोताखोरों के द्वारा तीनों लाश को बाहर निकाल लिया गया। प्रशासन के द्वारा मृतक को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।घटना स्थल पर मौजूद जिला परिषद प्रतिनिधि राजेन्द्र शर्मा और नावकोठी के मुखिया राष्ट्रपति कुमार विड्डू ने जिला प्रशासन ने मांग किया है कि नावकोठी प्रखण्ड का नदी किनारे ज्यादा भूभाग होने से बराबर डूबने की घटना होते रहता है।जबतक एसडीआरएफ की टीम आती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।इसलिए नावकोठी प्रखण्ड में एक एसडीआरएफ की टीम की नियुक्ति करें। और मृतक के आश्रित को एक सरकारी नौकरी देने की मांग की।स्थानीय मुखिया के द्वारा मृतक के परिजनों को तत्काल कबीर अंत्येष्टि की रकम तीन - तीन हजार दी गयी है।प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने कहा कि सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद चार - चार लाख देनें की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।ज़िससे मृतक के परिवारों को कुछ राहत मिल सके।घटना की जानकारी मिलते ही नावकोठी में शोक की लहर दौड़ गयी।
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