जोश से भरपूर और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अग्रसर- कर्नल पंकज साहनी 

मेरठ। 22 यू०पी० गर्ल्स बटालियन एनसीसी से सम्बद्ध रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज की दोनों एनसीसी इकाई की 75 नए कैडेट्स की भर्ती के लिए लिखित, शारीरिक व साक्षात्कार परीक्षा आयोजित की गयी। जिसमें 94 छात्राओं ने परीक्षा दी। 

कर्नल पंकज साहनी ने नए व पुराने सभी कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि कैडेट्स होने का मतलब है एक आदर्श नागरिक बनने की शुरुआत। सपने सोते हुए ना देखें। जागते हुए देखे गए सपने ही सफल होते हैं। आज की युवा शक्ति ही देश को सम्भलेगी। आरजी पीजी की गतिविधियों व कैडेट्स को देखकर कॉलेज एनसीसी ऑफ़िसर की मेहनत पता चलती है। कर्नल साहनी ने कैडेट्स को नए प्रतिमान बनाने के लिए प्रेरित किया तथा उनके जोश को जानने के लिए उड़ी व थ्री इडियट्स फ़िल्म की बातों को बच्चों के साथ शेयर किया। कर्नल साहनी बच्चों के एनसीसी लेने के जोश को देखकर बहुत ख़ुश हुए। उन्होंने कहा कि देश के वर्तमान प्रधानमंत्री व तीनों सेना नायक स्वयं एनसीसी कैडेट रहे हैं। अतः वो चाहते हैं कि युवा शक्ति देश को स्वर्णिम आकाश की और के जाए। 

कॉलेज की प्राचार्या डॉ० निवेदिता मलिक ने कैडेट्स व नए बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अब कॉलेज एनसीसी को नयी केयरटेकर डॉ० दीक्षा यजुर्वेदी मिल गयीं हैं। अब कॉलेज एनसीसी और अच्छे कार्य कर सकेगी। वर्दी देखकर अपने आप ही मन में जोश भर जाता है, शिथिलता ग़ायब हो जाती है, सपने नयी उड़ान लेने लगते हैं, खुद पर गर्व होने लगता है और लक्ष्य प्राप्ति के लिए मन मचलने लगता है। कोशिश करने से सब कुछ सम्भव हो जाता है। एनसीसी की वर्दी अपने आप में एक पहचान व सम्मान है। आपकी ज़िम्मेदारी है समाज को एकता व अनुशासन सिखाने की। कैडेट्स चलते हैं तो अन्य विद्यार्थी भी गर्व की अनुभूति करते हैं। 

चयन समिति में 22 यू०पी० गर्ल्स बटालियन के कमांडिंग ऑफ़िसर कर्नल पंकज साहनी, सूबेदार मेजर हरदीप सिंह, नायब सूबेदार शैलेंद्र राय, बीएचएम सतेन्द्र कुमार, हवलदार रंजीत सिंह, सीनियर जीसीआई संध्या सिंह व जीसीआई श्रुति सिरोही रहे। कॉलेज चयन समिति में प्राचार्या डॉ० निवेदिता मलिक व कॉलेज एनसीसी अधिकारी कैप्टन डॉ० अंज़ुला राजवंशी  रहे। 

एनसीसी के द्वितीय व तृतीय वर्ष के कैडेट्स के आईकार्ड बनवाए गए ताकि उन्हें मंगलवार को होने वाली परेड पर दिए  सकें। इस वर्ष तीनों वर्षों के कैडेट्स के अलग-अलग आईकार्ड की डोरी हैं ताकि कॉलेज में अनुशासन व्यवस्था बनी रहे। पूर्व कॉलेज एनसीसी अधिकारी मेजर डॉ०  पूनम लखनपाल, डॉ० दीक्षा यजुर्वेदी व तकनीकी सहायक  यास्मीन उपस्थित रहे। किशी राठौर, एशिता त्यागी, प्रियांशी प्रिया, कंचन कन्नोजिया, तनु,  ट्विंकल राय, ख़ुशी टंडन, सलोनी, चित्रा, कंचन, अर्निका, शिवानी, सिमरन, कोमल, काजल, आरज़ू, निकिता, अंकुश आदि का विशेष सहयोग रहा।

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