Gori gupta

प्रत्येक औरत की चाहत होती है कि वह अपने पति के दिल की मलिका बने, उसका पति उसकी हर बात माने तथा उसके इशारों पर नाचे किन्तु ऐसा होता नहीं है। बहुत ही कम ऐसी औरतें होती हैं जिनकी यह चाहत पूरी होती है। अधिकांश औरतें इस चाहत को अपने दिल में संजोने के बाद भी पूरा नहीं कर पाती, आखिर वजह क्या है?

पति के दिल की मलिका बनने के लिए प्रत्येक स्त्री को उसकी पसन्द ही नहीं बल्कि नापसन्द को भी जानना आवश्यक होता है। अगर उन बातों से बचा जाए जिनसे उनके पति नफरत करते हैं तो उनके दिल पर राज करने का रास्ता काफी हद तक आसान हो सकता है। पुरूष किन बातों से नफरत करते हैं, इसके लिए एक सर्वेक्षण किया गया। इस सर्वेक्षण के दौरान निम्नांकित तथ्य प्रमुख रूप से सामने उभर कर आए।

सर्वेक्षण तथ्यों के अनुसार जो महिलाएं सेक्स को हथियार की तरह प्रस्तुत करती हैं, वे बहुत बड़ी गलती करती हैं। जरा-सा मनमुटाव या अपनी मांग पूरी करवाने के लिए सेक्स को हथियार की तरह इस्तेमाल करना पुरूष पसन्द नहीं करते। सेक्स के मामले में औरत का उत्साहित न होना, हमेशा बेरूखी से पेश आना या ठंडा होना भी पुरूष को बेहद नापसन्द होता है। इसके विपरीत सेक्स के प्रति उत्साह दिखाना, पति को भरपूर सहयोग देना और अपने हाव-भाव द्वारा उसे रिझाते रहना पुरूष को पसन्द आता है। चूंकि सेक्स सुखी विवाहित जीवन के लिए अहम् पहलू माना जाता है, अत: उसे नजर अंदाज करना या हल्के लेना ठीक नहीं। सेक्स के प्रति ईमानदारी एवं इसे खुलेपन से निभाना पुरूष पसन्द करते हैं।

अक्सर देखा जाता है कि शादी के कुछ समय बाद ही महिलाएं अपनी वेशभूषा के प्रति लापरवाह हो जाती हैं। शादी के समय गुडिय़ा-सी दिखने वाली औरत की वह शर्मीली मुस्कुराहट कहीं गायब हो जाए और पूरे दिन गाउन पहने तथा बाथरूम स्टाइल में जूड़ा बनाए घूमती रहे तो पति को उसके आकर्षण के प्रति कोफ्त सी होने लगती है। घर के कामकाज का रोना रोते हुए अस्त व्यस्त कपड़ों और बिखरे बालों वाली महिला को पुरूष पसन्द नहीं करते हैं। अपना आकर्षण बनाए रखकर ही आप अपने पति के दिल की मलिका बन सकती हैं।

पुरूषों को हर वक्त औरत के पल्लू से बंधकर रहना भी पसन्द नहीं होता। अक्सर पुरूष यही पसन्द करते हैं कि उन्हें उनके मित्रों के साथ मौज-मस्ती करने की आजादी दी जाए। ऑफिस से जरा देर होते ही प्रश्नों की बौछार करना, छुट्टी वाले दिन पूरे समय घर में बैठने की जिद करना, पुरूष की नफरत का कारण बन सकता हैं। पुरूषों को भी कुछ समय अपनी इच्छानुसार बिताने तथा अपनी प्राइवेसी रखने की आवश्यकता होती है। पत्नी का अत्यधिक हावी रहना, पति को नागवार गुजरने लगता है और औरत पुरूष की नफरत की शिकार बन जाती है।

औरतों का किसी चीज के लिए हर समय रोते रहना पुरूषों को उकता देता है। वह उस समय और भी चिढ़ जाता है, जब पुरूष का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए महिला छोटी-छोटी चालों का सहारा लेने लगती हैं। जरा-सी बात का बतंगड़ या जल्दी ही परेशान होकर रोने लगना पुरूषों को पसन्द नहीं होता।

कुछ पुरूषों का यह भी मानना है कि अक्सर महिलाओं की कुछ बातें गले ही नहीं उतरती। हालांकि वे स़्ित्रयों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और उनकी भावनाओं की भी कद्र करते हैं, लेकिन जब वे आधुनिक फ्लैट, शानदार गाड़ी और फाइवस्टार होटलों में पार्टी की मांग करने लगती हैं तो यह पुरूष को पसन्द नहीं आता। हमेशा अपने अभावों का रोना रोते रहना, पति पर ज्यादा कमाई के लिए दवाब डालना या दूसरों से अपनी तुलना करते रहना पुरूष को चिड़चिड़ा बना देता है।

अनेक बार महिलाएं जो कहती हैं, उनकी बॉडी लैंग्वेज उसके ठीक विपरीत होती है, यानी उनकी जुबां पर कुछ तो दिल में कुछ और ही होता है और वे चाहती हैं कि पुरूष उनके दिल की बात समझ जाए। महिलाओं द्वारा कही गई बात और उनके हावभाव में सामंजस्य न होने से पुरूष में असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती है। यहीं से समस्या खड़ी हो जाती है। स्त्रियों के इस तरह के व्यवहार से पुरूष नफरत करने लगते हैं।

यूं तो यह कहा जाता है कि औरत को समझना इतना आसान नहीं होता किन्तु यदि औरत समझदारी से काम न ले तो पुरूष को भी समझ पाना मुश्किल हो जाता है। यदि स्त्री पुरूष की नफरत की वजह को समझकर उनसे बच सके तो वह उसके दिल की मलिका बन सकती है।

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