मेरठ। भारत सरकार द्वारा मनाए जा रहेआज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की शृंखला में मंगलवार डी.ए.वी. सेंटेनरी पब्लिक स्कूल, शास्त्रीनगर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में आज़ादी से लेकर अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया साथ ही यह भी दर्शाया गया कि अब भी जो कमियाँ रह गई हैं उनको दूर करने की आवश्यकता है, जिससे हम विश्व में अपनी विशेष पहचान को बनाए रख सकें।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला में बच्चों ने सामूहिक गीत तेरी मिट्टी में मिल जावाँ, इतनी सी है आरजू नामक वीर र स से भरे गीत को गाकर सभी को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया। लघु नाटिका के अंतर्गत बच्चों ने भारत-पाकिस्तान बार्डर पर दिखाए गए दृश्यों के माध्यम से भाईचारे का संदेश दिया कि मनुष्यों ने धरती माता को देश की सीमाओं में बाँध दिया है, लेकिन यह धरती माता सभी की है। स्वतंत्र भारत के विभिन्न हीरो अरुणिमा सिन्हा, माउंट एवरेस्ट पर चढऩे वाली सबसे छोटी पूर्णा मलावथ, डी.ए.वी. मैनेजिंग कमेटी प्रधान डॉ. पूनम सूरी, दीपिका कुमारी, शेखर नाइक, कैप्टन विक्रम बत्रा, अजीत डोभाल, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, नीरजा भनोट, सुपर 30 आनंद कुमार, शकुंतला देवी, सोनम वांगचुक, जल पुरुष राजेंद्र सिंह, बर्ड वॉचर सालिम अली, मेधा पाटकर, सुंदरलाल बहुगुणा, नारायण मूर्ति, प्रो. विजय भाटकर तथा होमी भाभा के जीवन की उपलब्धियों को रोल प्ले के माध्यम से दर्शाया गया, जिन्होंने भारत को विभिन्न क्षेत्रों में विश्व पटल पर नई पहचान दिलाई है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता के महत्व को दर्शाया गया कि अपने आस-पास के वातावरण और देश को स्वच्छ रखना हम सबकी जि़म्मेदारी है। अगर हमने इसका ध्यान नहीं रखा तो हमारी छोटी-छोटी गलतियाँ विकराल रूप धारण कर सकती है। किरन मजूमदार शाह, वंदना शिवा, टैसी थॉमस और सुषमा स्वराज के जीवनवृत्त को डाक्यूमैंट्री द्वारा प्रदर्शित किया गया।
प्रधानाचार्या डॉ. अल्पना शर्मा ने आज़ादी के अमृत महोत्सव की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आज यदि हम स्वतंत्र भारत में साँस ले रहे हैं और विश्व पटल पर हमने जो अपनी एक पहचान बनाई है उसमें अनेक महापुरुषों का योगदान है। हमें उनके योगदान को भूूलना नहीं चाहिए और उन उपलब्धियों का आनंद उठाना चाहिए।
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