बागपत। बागपत में दीपावली के दिन सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की गई। यहां पर हिंदू और मुस्लिम दोनों संप्रदाय के लोगों ने एक साथ मिलजुलकर दीपावली मनाई। सभी लोग एक-दूसरे के घर पहुंचे और दीपावली की बधाइयां दी। 

इस मौके पर समाजसेवी प्रमोद गोस्वामी ने कहा कि त्यौहार भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म के हो। हमारा सबसे पहले रिश्ता इंसानियत का है। सभी को एक- दूसरे के त्योहारों को मिलजुलकर मनाना चाहिए। इसके अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी हाजी यासीन ने कहा कि बागपत शुरू से ही गंगा-जमुना तहजीब की मिसाल रहा है। यहां पर हिंदू-मुस्लिम के बीच कोई भी लड़ाई झगड़ा नहीं हुआ, जो बागपत के लिए एक बहुत ही गर्व की बात है। इसके अलावा साहित्याचार्य पंडित नीरज शास्त्री ने कहा कि दीपावली हो या ईद सभी त्योहार हमें एक- दूसरे के नजदीक आने का मौका देते हैं और इससे आपस में एकता व भाईचारा भी बना रहता है। बागपत हमेशा से ही भाईचारे की अनुपम मिसाल रहा है, जिसका जिक्र दूसरे जनपदों व प्रदेशों में भी किया जाता है।

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