मेरठ । बुनकर समाजअपने पुश्तैनी काम को  छोडकर मजदूरी करने के  लिये मजबूर हो गया है। इसके लिये सारकार को बुनकर समाज के लिये गंभीरता से सोचना होगा। जिससे अपने फिर से पुश्तैनी धंधे में  आ सके। उक्त बातें जेडीयू के  राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सांसद केसी त्यागी ने बुनकर सम्मेलन में कही।
 आशियाना कॉलोनी में बुनकर समाज सोसाइटी के   तत्वावधान में आयोजित सम्मेलन में बुनकर समाज  के समक्ष बोलते हुए कहा वह पालियामैंट कमेटी का चार साल तक चेयरमैन रहे  चुकेहै। उन्होने बुनकरों के कल्टर का दौरा किया है। आजादी के  बाद इस सैक्टर को सरकार की ओर से जानबूझ कर बाहर रखा गया है। इस सरकारी सैक्टर से  बाहर रखा गया है।इसके कारण आज बुनकर समाज अपने  पुश्तैनी धंधे  को छोडकर मजदूरी करने  के लिये मजबूर है। उन्होंने  प्रदेश व  केन्द्र सरकार से  मांग  की है। बडे घरानों के साथ सरकारें बुनकर समाज की ओर भी ध्यान दें जिससे वह  पुश्तैनी धंधे की ओर रूझान कर सके।
किसानों की एकजूटता  से तीन कृषि कानून  वापस हुआ
 मीडिया से तीन कृषि  कानून  के केन्द्र सरकार द्वारा वापस लेने  बात पर पूर्व सांसद के सी त्यागी ने पिछले  ११ माह से  तीनों मौसम में किसान बिल  को वापस करने की मांग  कर रहे थे। यह किसानों के एकता की जीत है। उन्होने किसान संगठनों  से  अपील की वह  राजनीतिक दल से दूर रहे । अभी लडाई पूरी तरह समाप्त नहीं हुई। अभी कई सवाल  बाकी है। 

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