मेरठ, 24 नवंबर, 2021 । देश से वर्ष 2025 तक टीबी को खत्म करने के उद्देश्य से क्षय रोग विभाग लगातार टीबी संवेदीकरण अभियान चला रहा है। इस क्रम में मंगलवार को रोटरी क्लब के सहयोग से शहर में विभिन्न स्थानों पर टीबी जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया । कैंप में आये लोगों की जांच कर टीबी के प्रति जागरूक किया गया। इसके साथ ही क्षय रोग विभाग से पीपीएम को-आर्डिनेटर शबाना बेगम ने जनपद में टीबी की जांच और उपचार के लिए उपलब्ध निशुल्क सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कैंप का आयोजन डा. केपी सैनी क्लीनिक , कन्हैया धर्मशाला, शारदा रोड, फलहएआम कंकरखेड़ा और शेरगढ़ी आदि स्थानो पर किया गया । कैंप में क्षय रोग विभाग की ओर से मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। जिला क्षय रोग अधिकारी ने कैंप में आये लोगों से कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, बीमारी को छिपाने से संक्रमण अन्य लोगों में फैलता है। इसकी जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है। सरकार की ओर से उपचार के दौरान मरीज के खाते में प्रति माह पांच सौ रुपए का भुगतान किया जाता है ताकि वह बेहतर पोषण युक्त भोजन कर सके।
रोटरी क्लब के पूर्व गवर्नर मनीष शारदा ने कहा - टीबी की बीमारी से तभी छुटकारा मिलेगा जब लोग इसके प्रति जागरूक होंगे। विभाग तो अपनी ओर से टीबी के प्रति अभियान चला रहा है। लेकिन इसमें आम आदमी को जागरूक होने की आवश्यकता है। जिला पीपीएम को-आर्डिनेटर शबाना बेगम और नेहा सक्सेना ने कहा - टीबी की जांच के लिये शहर में विभिन्न स्थानो पर जांच केन्द्र बनाए गये हैं। वहां पर जांच पूरी तरह निशुल्क की जाती है। इस मौके पर रोटरी क्लब की ओर से डा. वैभव मिश्रा, आशीष माहेश्वरी, कमल माहेश्वरी, मुकेश मित्तल, आदित्य गुप्ता, संजय रस्तोगी, गुरजीत सिंह, गौरव माहेश्वरी, पंकज जैन और डा. समर्थ गोविल आदि मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment