दो चरणों में चलेगा पखवाड़ा, पहला मोबेलाइजेशन चरण, दूसरा सेवा प्रदायगी

मुजफ्फरनगर, 17 नवम्बर 2021। इस वर्ष पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 22 नवम्बर से शुरू होकर चार दिसम्बर तक चलेगा। हर वर्ष यह पखवाड़ा 21 नवम्बर से चार दिसम्बर तक मनाया जाता है, लेकिन इस बार 21 को रविवार है। इस कारण इसका शुभारंभ 22 नवम्बर को होगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह ने बताया इस बार पुरुष नसबंदी पखवाड़ा की थीम है “पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार को आधार बनाया”। इसी थीम पर जिले में पुरुष नसबंदी को प्रोत्साहित किया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह ने कहा प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरुकता की आवश्यकता है। इसी के मद्देनजर जनपद में प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न प्रकार का सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रजनन स्वास्थ्य की दृष्टि से पुरुष नसबंदी बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह एक मामूली शल्य क्रिया है। महिला नसबंदी की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित भी है। पुरुष नसबंदी के लिए न्यूनतम संसाधनों एवं बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है।

परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डा. दिव्या वर्मा ने बताया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने पुरुष नसंबदी पखवाड़े के आयोजन के लिए दिशा निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने बताया पुरुष नसबंदी पखवाड़ा ब्लॉक एवं जनपद स्तर पर दो चरणों में मनाया जाएगा। प्रथम चरण में 22 से 28 नवम्बर तक मोबेलाइजेशन चरण होगा। इसमें परिवार नियोजन के स्थाई साधन नसबंदी को अपनाने के लिए पुरुषों की काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद दूसरा चरण सेवा प्रदायगी होगा, जो 29 नवम्बर से चार दिसम्बर तक चलेगा। इसमें इच्छुक व पंजीकृत लाभार्थियों को नसबंदी की सेवा प्रदान की जाएगी।

डा. दिव्या वर्मा ने बताया- नसबंदी पखवाड़े के दौरान परिवार कल्याण की अन्य गतिविधियां यथावत संचालित की जाएंगी। इच्छुक दम्पति को अन्य गर्भनिरोधक साधन- महिला नसबंदी, अंतराल एवं पोस्टपार्टम आईयूसीडी, अंतरा छाया भी उनकी इच्छानुसार उपलब्ध कराये जाएंगे। उन्होंने बताया 21 नवम्बर को रविवार होने के कारण इस बार खुशहाल परिवार दिवस भी 22 नवम्बर को मनाया जाएगा।

परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया पखवाड़े को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अंतर्विभागीय समन्वय बैठक की जाएगी। गांव में चौपाल चर्चा होगी और आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर इसका प्रचार प्रसार करेंगी। उन्होंने बताया पुरुष नसबंदी कराने पर शासन की ओर से प्रोत्साहन राशि के रूप में जनपद में 3000 रुपये दिये जाते हैं। यह राशि लाभार्थी के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।

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