निलंबन वापसी को नायडू से मिले विपक्षी
सभापति बोले- बिना माफी मांगे संभव नहीं
एनआरसी लागू करने पर अभी फैसला नहीं
नई दिल्ली (एजेंसी)। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के 12 सदस्यों के निलंबन का मुद्दा दोनों सदनों में गरमाया रहा। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस कार्रवाई को नियमों के खिलाफ बताते हुए निलंबन वापस लेने का अनुरोध किया, जिसे राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने खारिज कर दिया।
इससे पहले इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय करने के लिए विपक्ष की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी भी शामिल हुई। वहीं, अगर सरकार इनका निलंबन वापस नहीं लेती है तो विपक्ष पूरे सत्र का बहिष्कार कर सकता है। मानसून सत्र में इन सांसदों ने अशोभनीय आचरण किया था। सदन के अंदर तोड़फोड़, आसन पर पेपर फेंकने, टेबल पर चढ़कर डांस करने और मार्शल के साथ अभद्रता के आरोप थे।
मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में विपक्षी दल के आठ नेताओं ने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की और उनसे 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया। सभापति नायडू ने उनसे कहा कि सदन के निलंबित सदस्यों से माफी मांगे बिना यह संभव नहीं है।
एनआरसी लागू करने पर अभी फैसला नहीं
देश में एनआरसी लागू होगा कि नहीं? इस पर केंद्र सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। यह जानकारी केंद्र की ओर से लोकसभा में लिखित जवाब के द्वारा दी गई है। केंद्र की ओर से लोकसभा में बताया गया है कि देश भर में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने पर फिलहाल कोई विचार नहीं किया गया है। सीएए को 12 दिसंबर 2019 में अधिसूचित किया गया था और यह 10 जनवरी 2020 को लागू हुआ था, लेकिन इसके नियमों को बनने में अभी समय लगेगा और इनका अधिसूचित होना अभी बाकी है।
संसद परिसर में विपक्ष का प्रदर्शन
12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी नेता संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू द्वारा 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने को खारिज करने के बाद विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा से वाकआउट कर दिया।
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