हम सभी प्रकृति के अंग-  डीएफओ 
मेरठ। सी.जे. डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल शास्त्रीनगर, में आज सी.जे. डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल और सर्वहित फाउंडेशन के तत्वावधान में मेरठ ग्रीन चैप्टर का शुभारंभ किया गया। सी.जे. डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल 15 वर्षों से इस फाउंडेशन से जुड़ा हुआ है, इसीलिए मेरठ से इस कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम यहीं से की गई है। उक्त प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। संस्थाओं के उद्देश्य पर्यावरण जागरुकता, प्राकृतिक संपदा का संचयन, महावृक्षारोपण अभियान, सर्वशिक्षा अभियान, कूड़ा निस्तारण, वन्य जीव संरक्षण, नदियों का संरक्षण और नारी सशक्तिकरण है। 
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पर्यावरणविद् डी.एफ.ओ. राजेश कुमार, विशिष्ठ सर्वहित फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. मधु वत्स ने दीप प्रज्वलन किया गया। प्रधानाचार्या डॉ. अल्पना शर्मा ने अतिथियों को पर्यावरण सुरक्षा, हरियाली, उन्नति का प्रतीक पौधा, शाल और स्मृति चिह्न भेंट किया तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया। सुमधुर स्वर में गाए गए गीत आज मुखरित हर एक स्वर से स्वागत, शुभ स्वागत द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सर्वहित फाउंडेशन के संरक्षक एम.एस. जैन, आर. के. सिंघल और कैप्टन  विजय कुमार , कैप्टन डॉ. गुलशन शर्मा, एस.पी.एस. सिरोही, प्रमोद जैन विशिष्ट अतिथियों ने कार्यक्रम की शोभा में चार चाँद लगा दिए। 
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला में इशा खान ने बादलों की महिमा की गुणगान करती 'शीघ्र आ जाओ जलद! स्वागत तुम्हारा हम करें।Ó नामक कविता का तथा भव्य नारंग ने पेड़ की व्यथा को व्यक्त करती मुझे जंगल की याद मत दिलाओÓ कविता का सुमधुर स्वर में वाचन किया। 'हरी-भरी वसुंधरा पे नीला-नीला ये गगन जिसपे बादलों की पालकी उड़ा रहा पवन... ये कौन चित्रकार हैÓ नामक गीत सामूहिक स्वर में गाकर सबको पर्यावरण जागरूकता के प्रति भावों से भर दिया। 'विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार, करे हाहाकार, निशब्द प्रजा, ओ गंगा तुम बहती हो क्यों... नमामि गंगे, नमामि गंगेÓ गीत पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। 
तत्पश्चात मुख्य अतिथि ने विद्यालय के रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट का निरीक्षण किया। विद्यालय की ग्रीन ब्रिगेड टीम से मिले और कूड़ा निस्तारण संबंधी उनकी कार्य प्रणाली जानकर विद्यालय के स्वच्छता कार्यक्रम से प्रभावित हुए। पर्यावरण से संबंधित पोस्टर, पेंटिंग और रंगोली मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इनके विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर बड़, पीपल, पलाश के वृक्षारोपण द्वारा हरिशंकरी वैदिक वाटिका का शुभारंभ भी किया गया जिससे बच्चे यह जान सकें कि किस प्रकार के पौधों को कहाँ-कहाँ लगाया जा सकता है। 
मुख्य अतिथि ने सभी की भागीदारी की प्रशंसा करते हुए प्राकृतिक जागरूकता का आह्वान किया और कहा कि हम सभी प्रकृति के अंग हैं। आप सभी को अपने विद्यालय प्रांगण में फैली वनस्पतियों के नामों और उनके बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण करने और प्लास्टिक वस्तुओं का प्रयोग न करने का संकल्प कराया।
विशिष्ट अतिथि डॉ. मधु वत्स ने अपनी संस्था के उद्देश्यों के बारे में बताते हुए इसमें डी.ए.वी. के योगदान की प्रशंसा की और कहा कि इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए संपूर्ण भारत से कुल 21 स्कूलों का चयन किया गया है, जिनमें से डी.ए.वी. एक है।
थल सेना में धर्मशिक्षक रहे कैप्टन श्री विजय कुमार जी ने कहा कि कोरोना काल ने हमें ऑक्सीजन का महत्व बखूबी समझा दिया है। परमात्मा ने हमें संकेत दिया है कि अब भी समय है पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जाग जाओ।  
प्रधानाचार्या डॉ. अल्पना शर्मा ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि डी.ए.वी. संस्था सदैव कल्याणकारी कार्य करने में अग्रणी रही है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि मेरठ से इस राष्ट्रीय प्रोजेक्ट के लिए डी.ए.वी. मेरठ को चुना गया है। 


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