हर जिले के किसान मोर्चा को दी गई जिम्मेदारी

मेरठ। मिशन 2022 की जीत के सहारे 2024 में काबिज होने का सपना देख रही भाजपा ने अपनी रणनीति तेज कर दी है। कृषि तीन बिल को लेकर पिछले कई महीने से चल रहे आंदोलन को लेकर अब सत्तारूढ भाजपा गंभीर हो गई है। ये किसान आंदोलन भाजपा को कहीं सत्ता से दूर न कर दे,पार्टी ने इसके लिए किसानों की नब्ज टटोलने का प्लान बनाया है।    

विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा ने किसानों की नजब्ज टटोलने का प्लान बनाया है। इसके लिए भाजपा ग्राम पंचायतों में ग्राम किसान चौपाल का आयोजन करेगी। गांव में लगने वाली इस चौपाल पर की जिम्मेदारी किसान मोर्चा के कंधों पर डाली गई है। यानी भाजपा किसान मोर्चा, तीन कृषि बिल का विरोध कर रहे किसान संगठनों की काट के लिए अब गांव में उतरेगा। भाजपा किसान मोर्चा 30 अक्टूबर के तक प्रदेश के 56 हजार और मेरठ के 479 ग्राम पंचायतों में ग्राम किसान चौपाल का आयोजन करेगी।  

भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा की अहम बैठक में यह फैसला किया गया है। जिसके तहत पार्टी सभी संगठनात्मक 98 जिला स्तर पर ग्राम किसान चौपाल का आयोजन करेगी। इसके बाद 17 अक्टूबर को प्रदेश के 27 हजार शक्ति केंन्द्र पर ग्राम किसान चौपाल का आयोजन किया जाएगा। इस किसान चौपाल में भाजपा के सांसद, विधायक व मंत्री उपस्थित होकर किसानों से सीधा संवाद करेंगे और उन्हें सरकार की किसान लाभकारी योजनाओं की जानकारी भी देंगे। मेरठ के अलावा पश्चिमी उप्र के प्रमुख जिलों में किसान मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता किसानों के बीच जाकर उनको कृषि बिल के फायदे बताएंगे। क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने कहा कि किसानों के लिए मोदी एवं योगी सरकार ने अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित बैठक में किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर, महामंत्री सतेंद्र भराला, उपाध्यक्ष संजय त्यागी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।


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