केसरिया। ईद मिलादुन्नबी के शुभ अवसर पर केसरिया स्थित मदरसा के प्रांगण में जश्न-ए-मिलाद का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मदरसा के बच्चों ने नबी की शान में नात शरीफ पेश किया।
इसकी अध्यक्षता मौलाना नैमतुल्लाह ने की। इस अवसर पर मदरसा के बच्चों ने नबी की शान में नात शरीफ पेश किया। केसरिया जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अनिसुर रहमान चिश्ती ने कहा कि 12 रबी उल अव्वल 20 अप्रैल 571 ई० सोमवार के दिन मक्का शरीफ में बीबी आमिना की गोद में हजरत मोहम्मद का जन्म हुआ। आप आकाशीय पुस्तक कुरान शरीफ लेकर और रहमत व नूर बनकर तशरीफ लाए। आपने इंसानियत को नई राह, दिखाई, अमन, शांति, भाईचारा का माहौल पैदा किया। समाज में फैली बुराइयों को खत्म किया। बेटियों को बचाने के लिए अभियान चलाया और उनके हक और हुकूक की बात की। विधवा महिलाओं को समाज में जीने का हक दिलाया। गरीबों की मदद किया अनाथ बच्चों को अपने सीने से लगाया और उनको जीने का सहारा दिया।
लाला छपरा मदरसा में आयोजित जश्ने ईद मिलादुन्नबी के दौरान मौलाना सिराज उल हक अशरफी ने हजरत मोहम्मद की जीवनी पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कारी ओबैद रजा, कारी अब्दुल गनी, मोहम्मद नसरुद्दीन, अल्ताफ रजा, मोहम्मद जमील, मौलाना मोतीउर रहमान, अताउल्लाह कुरैशी, हाफिज मोहम्मद आलम, मौलाना शाहिद रजा, आफताब आलम  समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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