शिक्षक दिवस पर कनोहर लाल में वेबिनार का आयोजन 


 मेरठ
। कनोहर लाल स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय के प्रांगण में शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में डॉक्टर रागिनी प्रताप उपस्थित रहीं। विशेषज्ञ पैनल में प्राचार्य डॉ किरण प्रदीप, डॉ नेहा शर्मा एवं डॉ विनीता गुप्ता रहीं।कार्यक्रम  का आयोजन डॉ किरण प्रदीप  के संरक्षण एवं अध्यक्षता में किया गया।



इस अवसर पर विभिन्न शिक्षिकाओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। डॉ पूनम मैम ने बताया कि शिक्षक के लिए शांत स्वभाव होना, जिम्मेदार होना एवं निष्ठा पूर्ण तरीके से शिक्षण कार्य करना आवश्यक है ।एक शिक्षक  सदैव समानता का व्यवहार करता है ,उसे भेदभाव नहीं करना चाहिए । डॉक्टर सरस्वती ने बताया कि किस प्रकार अरस्तु प्लेटो, एवं भारतीय संस्कृति में चाणक्य एक महान शिक्षक के रूप में सदैव याद किए जाते रहेंगे। शिक्षण के लिए सबसे आवश्यक है गुरु का छात्र को प्रेरित करना ।वेणु  वनिता ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि शिक्षकों के लिए  ऊर्जावान होना, विषय पर पूर्ण अधिकार होना आवश्यक है क्योंकि वर्तमान समय में भौतिकता के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है, व्यवसायीकरण बढ़ रहा है। ईमानदार होना, सादा जीवन उच्च विचार, विचारों के साथ आगे बढऩा आवश्यक है ।स्मृति ने  श्रीकृष्ण को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक बताया जिन्होंने अपने जीवन की समस्त कठिनाइयों को नजरअंदाज करते हुए अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ ज्ञान एवं मार्गदर्शन दिया। मोनिका ने अपने विचारों में बताया कि जीवन में  सीखते रहना अत्यंत आवश्यक है। शिक्षक होने के नाते निरंतर सीखना पड़ता है तभी हम छात्राओं को आगे बढ़ा पाएंगे। पूजा  ने बताया कि  वर्तमान समय में छात्राओं एवं छात्रों के सर्वांगीण विकास की आवश्यकता है ,उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है इसमें शिक्षकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वक्ता डॉ रागिनी प्रताप ने अपने संबोधन में समस्त शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए वर्तमान एवं प्राचीन शिक्षा पद्धति के विषय में बताते हुए कहा कि समय के साथ अनुकूलन आवश्यक है ।उन्होंने मां को जीवन का सर्वश्रेष्ठ शिक्षक  बताया।

इसी क्रम में शिक्षकों में आपसी प्रेम सद्भाव सहयोग एवं छात्राओं में सम्मान की भावना को बढ़ाने जैसे विषयों पर भी चर्चा की गई पूर्वाग्रह से ग्रसित  न होना,  ईष्र्या  ना करना, कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान रहना , एक दूसरे को स्वीकार करना एवं सम्मान देना ऐसी भावनाएं हैं जिससे आपसी सहयोग  को बढ़ाया जा सकता है। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ किरण प्रदीप ने शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए उन्हें जीवन में सदैव आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने यह भी प्रेरणा दी के समस्त शिक्षक गण वर्तमान परिप्रेक्ष्य में टेक्नोलॉजी से अवगत रहे उसका उपयोग करें और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए उसे उपयोग करें।कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन अंग्रेजी विभाग से प्रीति सिंह, इकोनॉमिक्स विभाग से विनीता पुण्डीर एवं हिंदी विभाग से सिद्धि गुप्ता ने किया। इस अवसर पर समस्त प्रवकताएँ उपस्थित रहीं व प्रतिभागिता  की।कार्यक्रम के आयोजन में सहायक वर्ग का भी सहयोग रहा।


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