निकाह से पहले मुस्लिम युवक.युवतियों को करना होगा ये कोर्स

मेरठ। मुस्लिम समाज में बढ़ते तलाक और तकरार के मामलों को देखते हुए अब आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने एक अनोखी पहल की है। जिसके तहत अब मुस्लिम युवक और युवतियों को निकाह से पहले एक कोर्स करवाया जाएगा। ये कोर्स छह महीने का होगा। इस कोर्स के माध्यम से निकाह से पहले युवक.युवतियों को शिष्टाचार के साथ ही सफल वैवाहिक जीवन कैसे जिए इसके बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

 यह कोर्स आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड तैयार करवा रहा है। बोर्ड का मानना है कि इससे बेवजह तलाक और तकरार के मामले रोके जा सकेंगे। इस छह महीने के कोर्स मेंं नवविवाहित जोड़ों को शरीयत की रोशनी में जिंदगी गुजारने के तरीके बताएं जाएंगे। इसके लिए हर जिले में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। महिलाओं के लिए विशेष रूप से दीनी इज्तेमा आयोजित की जाएंगी। 

महासचिव मुईन अहमद ने बताया कि आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड निकाह को आसान बनाने, गलत रस्मों को खत्म कर समाज को सुधारने की मुहिम काफी समय से चला रहा है। लोगों को सादगी से निकाह करने और दहेज का लेनदेन बंद करने को लेकर जागरूक किया जा रहा है। शादी के बाद जिंदगी खुशहाल रखने, तलाक और तकरार की नौबत रोकने को भी बोर्ड ने कवायद शुरू की है।

बोर्ड तरबियती कोर्स से हर जिले में युवक.युवतियों को जोड़ेगा। विशेषकर उन्हें यह कोर्स कराया जाएगा, जिनका निकाह होने वाला है या कुछ दिन पहले ही हो चुका है। कोर्स के माध्यम से शरई मार्गदर्शन कर छोटे.छोटे झगड़ों व मतभेद से मामला तलाक तक पहुंचने से रोका जाएगा। शादीशुदा जिंदगी बेहतर बनाने की कोशिश होगी। कार्यशालाएं आयोजित कर काउंसिलिंग की जाएगी। इसमें आपसी मतभेद दूर कर जिंदगी बेहतर तरीके से गुजारने के तरीके बताए जाएंगे।

 शहरकाजी जैनुराशिद्दीन ने बताया कि शादीशुदा जिंदगी में घरेलू झगड़ों की संख्या बढ़ रही है। कई मामलों में नौबत तलाक तक पहुंच जाती है। उन्हें शिष्टाचार कोर्स के माध्यम से समझाया जाएगा। छह माह का कोर्स तैयार किया जा रहा है, जल्द ही इसे पढ़ाने की शुरुआत की जाएगी। कोर्स करने वाले युवक.युवतियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। उनकी काउंसिलिंग भी की जाएगी। जिससे समाज में एक बेहतरीन मिसाल कायम की जा सके।

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