परिवार नियोजन के प्रति बढ़ी जागरूकता
11 से 31 जुलाई तक चले पखवाड़े में 89 महिलाओं ने करायी नसबंदी
परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों पर जताया ज्यादा भरोसा
शहरी क्षेत्र की महिलाओं को गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर पूरा यकीन

 

नोएडा, 3 अगस्त, 2021। परिवार नियोजन के प्रति आमजन में जागरूकता बढ़ी है। 11 से 31 जुलाई तक चलाए गये जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में लोगों ने परिवार नियोजन के साधनों पर भरोसा जताया है। पुरुष नसबंदी भी पिछले वर्ष के मुकाबले बढ़ी है। वर्ष 2020 में 11 से 31 जुलाई तक चले सेवा प्रदायगी चरण में जहां जनपद में एक भी पुरुष नसबंदी नहीं हुई थी, वर्ष 2021 में इसी चरण के दौरान दो पुरुष नसबंदी हुईं हैं। महिला नसबंदी में पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष वृद्धि हुई है। पिछले साल 24 महिला नसबंदी हुई जबकि इसबार सेवा प्रदायगी चरण में 89 महिला नसबंदी हुईं। आईयूसीडी और पीपीआईयूसीडी के मामले में भी इस वर्ष इजाफा हुआ है और अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन पर भी महिलाओं का भरोसा बढ़ा है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भारत भूषण का कहना है कि यह आंकड़े इशारा करते हैं कि आम जन में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ी है, हालांकि पुरुषों को अपनी भागीदारी और बढ़ाने की जरूरत है। विभाग की ओर से इस संबंध में लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
डा. भारत भूषण ने बताया वर्ष 2020 में 11 से 31 जुलाई तक चले पखवाड़े के दौरान जनपद में 24 महिलाओं ने नसबंदी करायी थी, वर्ष 2021 में इसी दौरान 89  महिलाओं ने नसबंदी कराकर परिवार नियोजन के स्थाई साधन नसबंदी पर भरोसा जताया है। इसी प्रकार पिछले वर्ष एक भी पुरुष नसबंदी नहीं हुई थी, इस बार दो पुरुष नसबंदी हुईं हैं। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले अच्छे परिणाम सामने आये हैं। पिछले वर्ष जहां जनपद में कुल 158 आईयूसीडी इस्तेमाल हुई थीं वहीं इस वर्ष इसकी संख्या 1129  तक पहुंच गई। पीपीआईयूसीडी भी 161 के मुकाबले 239  इस्तेमाल की गयी। इतना ही नहीं, पिछले वर्ष जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में जहां तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर केवल 87 महिलाओं ने भरोसा जताया था वहीं, 2021 में यह संख्या 400 पहुंच गयी है।
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया अस्थाई परिवार नियोजन के साधनों में शामिल कंडोम, गर्भनिरोधक गोली माला-एन और छाया के साथ ही इमरजेंसी -पिल्स का वितरण भी पिछले वर्ष के मुकाबले कहीं ज्यादा हुआ है। पिछले वर्ष जहां 16465 कंडोम वितरित किए गए थे वहीं इस वर्ष 40298 कंडोम वितरित किए गए। इसी प्रकार माला-एन गोलियों का वितरण 2672 के मु‌काबले 5827 किया गया। गर्भनिरोधक गोली छाया जहां पिछले वर्ष 624 वितरित की गई थीं वहीं इस वर्ष यह संख्या 2819 हो गई। पिछले वर्ष 2020 में 194 इमरजेंसी पिल्स बांटी गयीं, इस वर्ष यह संख्या 1921 हो गयी है।
 
शहरी महिलाओं ने अंतरा पर जताया भरोसा
तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन पर शहर की महिलाओं ने ज्यादा भरोसा जताया है। बिसरख ब्लाक इस मामले में अव्वल रहा। यह शहरी आबादी वाला क्षेत्र है। इसी तरह महिला नसबंदी के मामले में भी बिसरख ब्लाक आगे रहा। 

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