- मुठभेड़ में तीन बदमाश घायल, दो कांस्टेबल को भी लगी गोली
- अपहर्ताओं ने मांगी थी 10 लाख की फिरौती
पुलिस को 7 वर्षीय बच्चे वंश की जानकारी मिली थी जो 10 अगस्त से लापता था। उसकी तलाश में पुलिस द्वारा बागोवाली गाँव के जंगल में कॉम्बिंग अभियान चलाया गया। उसी दौरान अपहरणकर्ताओं ने खुद को घिरता देख पुलिस पार्टी पर फ़ायरिंग कर भागने का प्रयास किया। पुलिस टीम के दो काँस्टेबल हरवेंद्र और सोनू बदमाशों की गोली लगने से घायल हो गए।
पुलिस की जवाबी फायरिंग में तीन बदमाश दीपक व सुनील और मोहित भी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए हैं। पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
पकड़े गए अपहरणकर्ताओं के कब्जे से एक मस्कट, दो तमंचे और 7 खोखा कारतूस भी बरामद किए हैं। इसके साथ ही पास में बंद पड़े एक ईट भट्टे के कमरे से अपहृत बच्चे वंश को भी सकुशल बरामद कर लिया है।
इस मामले में एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि पुलिस टीम अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आख़िरकार बच्चे का अपहरण किस उद्देश्य से किया गया था।
बच्चे के पिता को मिले थे मुआवजे के 50 लाख रुपये
वंश के माता-पिता के बीच विवाद होने के कारण वह अपनी मां के साथ गांव अलमासपुर में ननिहाल में रह रहा है। उसके पिता मोनू शाहपुर क्षेत्र में रहते हैं। पुलिस शुरूआत में दंपती विवाद को अपहरण की वजह मान रही थी। इंस्पेक्टर अनिल कपरवान ने बताया कि बच्चे के पिता मोनू की कुछ जमीन का रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के लिए अधिग्रहण हुआ है। उसे करीब 50 लाख का मुआवजा मिला था। इसकी जानकारी बदमाशों को लग गई, जिसके चलते बच्चे का अपहरण कर दस लाख रुपये वसूलने की योजना बनाई गई थी।
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