मेरठ। रक्षाबंधन पर यातायात व्यवस्था के पूरे इंतजाम आज धराशाही हो गए। दिल्ली.देहरादून हाईवे नंबर 58 पर मेरठ से मोहननगर के बीच जाम के हालात इस कदर बदतर हो चुके हैं कि सुबह भाई को राखी बांधने के लिए निकली बहनें अभी तक जाम में फंसी रही। गाजियाबाद से मेरठ की दूरी 54 किमी की दूरी को तय करने में रोडवेज बस को पांच घंटे का समय लग गया। कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली से मेरठ की दूरी का रहा। दिल्ली से मेरठ की 64 किमी की दूरी तय करने में बसों को 6-7 घंटे का समय लग गया । जैसे.जैसे सड़क पर वाहनों का दबाव बढ़ा तो स्थिति और विकराल होती चली गई। मोदीनगर में हालात इतने खराब है कि वहां पर बाइक निकालने की भी जगह नहीं बची। मुरादनगर से गाजियाबाद और मोदीनगर से लेकर परतापुर बाईपास तक जाम ही जाम था। जाम में बसों में भूख से तड़प रहे थे बच्चे जाम में फंसी बसों में बैठे बच्चे भूख और प्यास से तड़प रहे थे। कई.कई घंटे तक जाम में फंसी बसें और ऊपर से गर्मी उमस के चलते यात्रियों का बुरा हाल था। मोहिउद्दीन पुर के पास कई रोडवेज की बसे फंसी थी। जिसमें बैठी महिलाएं अपने बच्चों को चुप कराने की कोशिश कर रहे थी। लेकिन बच्चे चुप होने का नाम नहीं ले रहे थे। बाइकों और कारों ने बिगाड़ दिए हालात रक्षा बंधन के दिन हाइवे पर बाइकों और कारों ने यातायात के हालात बिगाड़ दिए। जिसके चलते जाम की स्थिति उत्पन्न हुई। इसके अलावा कारों की अधिकता से भी जाम की स्थिति बिगड़ती चली गई। आज आम दिनों की अपेक्षा करीब 58 प्रतिशत अधिक ट्रैफिक का लोड दिल्ली.देहरादून हाइवे पर था।
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