जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुयी अटल भूजल योजना की समीक्षा बैठक
बेस लाईन डाटा के लिए चिन्हित हुये नौ डिस्ट्रिक्ट इम्पलीमेन्टेशन पार्टनर-सीडीओ
मेरठ ।वर्षा का जल न हो बर्बाद, जल संरक्षण को रखना याद।। अटल भूजल योजना (कैच द रेन) के तहत मेरठ की 57 व प्रदेश की 550 ग्राम पंचायतो को चिन्हित किया गया है, जिसमें भूगर्भ जल स्तर बढ़ाने के अनेक कार्य किये जायेंगे। विकास भवन सभागार मंे जिला कार्यक्रम प्रबंधन यूनिट (डीपीएमयू) की बैठक की अध्यक्षता करते हुये जिलाधिकारी के0 बालाजी ने कहा कि गिरता भूजल का स्तर चिन्ता का विषय है। सभी को भावी पीढी के लिए जल बचाना होगा। उन्होने आमजन को जल संवर्द्धन व संचयन के संबंध में जागरूक करने के लिए कहा।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने कहा कि अटल भूजल योजनान्तर्गत जनपद के ब्लाॅक रजपुरा की 35 व ब्लाॅक खरखौदा की 22 ग्राम पंचायतो को चिन्हित किया गया है। उन्होने कहा कि वर्षा के जल को संचित करना व जल संरक्षण को बढ़ावा देना भी आवश्यक है।
मुख्य विकास अधिकारी शशांक चैधरी ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट इम्पलीमेन्टेशन पार्टनर (डीआईपी) द्वारा बेस लाईन डाटा तैयार कर स्रोत, मूल्यांकन, उपलब्धता, जरूरत आदि बिन्दुओ को दृष्टिगत रखते हुये वाटर सिक्योरिटी प्लाॅन बनाकर पहले ग्राम सभा स्तर से अनुमोदन कराते हुये जिला स्तरीय कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। उसके बाद प्लाॅन को राज्य स्तरीय कमेटी को अग्रसारित किया जायेगा। उन्होने बताया कि जनपद में 09 डिस्ट्रिक्ट इम्पलीमेन्टेशन पार्टनर (डीआईपी) जो कि एनजीओ है, को चिन्हित किया गया है, जिनके स्तर से कार्य किया जा रहा है। सहायक भू-भौतिकीविद् आशीष गुप्ता को अटल भूजल योजना के लिए नोड़ल अधिकारी बनाया गया है।
इस अवसर पर निदेशक भूगर्भ जल विभाग वी0के0 उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मदन सिंह गब्र्याल, अधिशासी अभियंता भूगर्भ जल विभाग आमोद कुमार, सहायक भू-भौतिकीविद् आशीष गुप्ता, नवरत्न कमल आदि उपस्थित रहे।
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