मेरठ, 4 अगस्त 2021। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सन् 2025 तक देश से टीबी उन्मूलन का संकल्प है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा सन् 2018 से टीबी रोग से ग्रसित 18 साल से कम आयु के बच्चों को गोद लिये जाने की मुहिम चलायी जा रही है। इसी क्रम में बुधवार को जिला अस्पताल के टीबी रोग विभाग में रोटरी क्लब द्वारा टीबी से ग्रसित 15 बच्चों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन की उपस्थिति में पोषण सामग्री वितरित की गयी। इस मौके पर डा. अखिलेश मोहन ने टीबी से ग्रसित बच्चों के सफल इलाज की कामना की। उन्होंने कहा कि टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। समय पर उसका उपचार संभव है। विभाग की ओर से पूरे जिले में टीबी उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। लोगों में टीबी के प्रति पहले के मुकाबले काफी जागरूकता आयी है। उन्होंने टीबी उन्मूलन अभियान में जुडी सामाजिक संस्थानों की तारीफ की। उन्होंने कहा 2025 तक देश से टीबी को जड़ से समाप्त किया जाना है, इसके लिए विभाग प्रयासरत है । जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने बताया टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिये पूरे जिले में टीबी उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। टीम को फोकस ऐसे स्थानों पर है जहां संभावित टीबी के सक्रिय मरीज मिल सकते हैं। दस्तक अभियान में विभाग को 95 टीबी के मरीज मिले हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया विभाग में टीबी के उपचार के लिये अत्याधुनिक मशीन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया सरकारी स्तर पर टीबी का निशुल्क उपचार उपलब्ध है। इसके अलावा सरकार की ओर से निक्षय पोषण योजना के तहत पोषण के लिए टीबी के मरीज को प्रति माह पांच रुपये उपचार चलने तक दिये जाते है। उन्होंने बताया जिले में 680 टीबी ग्रसित बच्चों में से 400 बच्चों का उपचार पूर्ण किया जा चुका है। जिला कार्यक्रम समन्वयक नेहा सक्सेना ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर रोटरी क्लब के पूर्व गर्वनर आशीष माहेश्वरी व आदित्य गुप्ता तथा पीपीएम शबाना बेगम, पवेन्द्र यादव, मधुबाला, अजय कुमार, लोकेश कुमार गौतम,रजनीश, अमित कुमार आदि कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने टीबी को 2025 तक देश से समाप्त करने के लिये शपथ ली।
निक्षय पोषण योजना के तहत ₹500 महीना इलाज पूरा होने तक दिए जाते हैं जिला क्षय रोग अधिकारी मेरठ
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