नई दिल्ली (एजेंसी)।देश में दूसरी लहर का प्रभाव कम होने के बाद से लोग एक बार फिर से लापरवाह दिख रहे हैं। ऐसे में अब केंद्र से लेकर राज्य सरकारें एक बार फिर सावधान हो गई हैं, वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी आज कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को 'मौसम' के अनुमान जैसा ना समझें। लोग इसकी गंभीरता और इससे जुड़ी जिम्मेदारियों को नहीं समझ पा रहे हैं। हमें अभी भी सावधानी बरतने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 31,443 मामले दर्ज हुए हैं। पिछले हफ्ते से कोरोना मामलों में 6 फीसदी की कमी देखी गई हैं। देश में अब सिर्फ 73 जिले ऐसे हैं, जहां 100 से ज्यादा कोरोना के मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। कोरोना से निपटने को 11 राज्यों में केंद्रीय टीम तैनात लव अग्रवाल ने कहा कि हमने 11 राज्यों में केंद्रीय टीमों की प्रतिनियुक्ति की है ताकि वे कोरोना प्रबंधन में राज्य सरकारों की मदद कर सकें। पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा टीमों को महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल और ओडिशा भेजा गया है। उन्होंने कहा कि देश में अब तक 30.66 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दी गई और 7.49 करोड़ लोगों को दूसरी डोज दी गई है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि दुनिया कोरोना की तीसरी लहर देख रही है। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए हाथ मिलाना होगा कि तीसरी लहर भारत से न टकराए। पीएम ने आज स्पष्ट रूप से कहा कि हमें भारत में कब तीसरी लहर आएगी, इस पर चर्चा करने के बजाय हमें सावधानी बरतने की जरूरत है। दैनिक मामलों में गिरावट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश द्वारा अपने मौत के आंकड़ों में बदलाव करते हुए 2,020 नई मौतों के साथ भारत में कोरोना से मौत का आंकड़ा मंगलवार को 4,10,784 हो गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के कुल 31443 मामले सामने आए हैं। देश में रिकवरी रेट में तेजी आई है और ये अब 97.28 फीसद तक जा पहुंचा है। देश के एक्टिव मामलों की संख्या अब 431315 हो गई है, जो बीते 109 में सबसे कम है।
कोरोना वैरिएंट्स पर रखें नजरः पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर पूर्वोत्तर के आठ राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ आज बैठक की और वहां के हालात का जायजा लिया। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। हाल ही में इसके लिए कैबिनेट ने 23,000 करोड़ रुपये का एक नए पैकेज को मंजूरी दी है। पूर्वोत्तर राज्यों में इस पैकेज से अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस के वैरिएंट्स पर नज़र रखनी होगी। म्यूटेशन के बाद ये कितना जोखिम भरा हो सकता है इस बारे में विशेषज्ञों की राय और उनके अध्ययनों पर ध्यान देना होगा। ऐसे में एहतियात और उपचार आवश्यक है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हमें और सख्त कदम उठाने होंगे। इससे जिम्मेदारी तय हो सकती है।
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