मेरठ। कौशल विकास के नाम पर मनमाने प्रवेश पर लगाम लगाने और प्रशिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए कौशल विकास मिशन ने आधार बेस बायोमीट्रिक उपस्थिति लागू करने का निर्णय लिया है। इससे न केवल मनमाने प्रवेश पर प्रतिबंध लगेगा बल्कि निर्धारित अवधि में पूरे कोर्स की पढ़ाई भी युवा करेंगे।
बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज न होने से उप्र कौशल विकास मिशन के वेबपोर्टल पर पंजीकृत युवाओं को प्रशिक्षण के लिए कौशल केंद्र इनरोल तो कर लेते हैं, लेकिन प्रशिक्षण नहीं देते। कागजों पर प्रशिक्षण देकर इसके एवज में सरकार से मोटी रकम का भुगतान करा लेते हैं। इसमें मिशन के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई थी। जांच में इसकी जानकारी होने पर अब कोरोना संक्रमण के बाद प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं की बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज होगी।
ऑनलाइन पंजीयन कराएं बेरोजगार: उप्र कौशल विकास मिशन की ओर से होने वाले प्रशिक्षण के लिए के लिए युवाओं को उप्र कौशल विकास मिशन के वेबपोर्टल (यूपीएसडीएम.जीओवी.इन) पर पंजीयन कराना होगा। पंजीकृत युवा ही नजदीकी प्रशिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षण के लिए चुने जाएंगे।
उप्र कौशल विकास मिशन की ओर से युवाओं को गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। उपस्थिति के आधार पर ही प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। आधार कार्ड बेस इस सिस्टम से प्रशिक्षण में पारदर्शिता आएगी। इसके लिए सभी सूबे के सभी प्रशिक्षण केंद्रों को सूचित कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण के बाद से अभी कक्षाएं निरस्त चल रही हैं।

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