115 महिलाओं ने आईयूसीडी और 21 ने अपनाई पीपीआईयूसीडी


42 महिलाओं ने गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा पर जताया भरोसा
 

हापुड़, 12 जुलाई, 2021। जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान जनपद में चारों ब्लॉक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर महिला नसबंदी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। पहले दिन जनपद में दो महिलाओं और एक पुरुष ने नसबंदी कराई। महिलाओं ने पहले ही दिन न केवल परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाकर अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराया बल्कि यह भी साफ कर दिया कि इस मामले में वह पुरुषों से आगे हैं। दूसरे दिन जनपद में कुल छह महिलाओं ने नसबंदी कराई जबकि पुरुषों की भागीदारी शून्य रही। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा ने कहा कि परिवार नियोजन के मामले में पुरुषों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और बराबर की भागीदारी करनी होगी तभी सही मायने में परिवार नियोजन कार्यक्रम सफल माना जाएगा।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. प्रवीण शर्मा का कहना है कि महिला नसबंदी के मुकाबले पुरुष नसबंदी न केवल आसान है बल्कि उसमें समय भी कम लगता है। उन्होंने कहा पुरुषों को इस बात का भ्रम रहता है कि नसबंदी कराने से वह कमजोरी का शिकार हो जाएंगे, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन्होंने बताया जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दूसरे दिन सोमवार को जनपद में कुल छह महिलाओं ने नसबंदी कराई है। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में 115 महिलाओं ने आईयूसीडी और 21 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी अपनायी। सिर्फ इतना ही नहीं जनपद में सोमवार को विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में 42 महिलाओं ने अंतरा गर्भ‌निरोधक इंजेक्शन पर भरोसा जताया। अंतरा, त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है, यानि अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाओं को हर तीन माह में यह इंजेक्शन लगवाना होता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह इंजेक्शन निशुल्क लगाया जाता है। पहली खुराक डॉक्टर की देखरेख में लगवानी होती है। 
 
अंतरा हेल्पलाइन पर करें शंका समाधान
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया अंतरा के बारे विस्तृत जानकारी अंतरा हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 18001033044 पर कॉल करके प्राप्त की जा सकती है। पहला इंजेक्शन लगवाने के बाद लाभार्थी को अपने मोबाइल से कॉल करके अंतरा हेल्पलाइन पर पंजीकरण कराना होता है। एक बार पंजीकरण कराने के बाद हेल्पलाइन से समय समय पर सारी जानकारी मिलती रहती है। जैसे दूसरी खुराक से पहले हेल्पलाइन से रिमांडर दिया जाता है। हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके महिलाएं अपनी आशंकाओं का समाधान प्राप्त कर सकती हैं। 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts