मेरठ। सरधना कस्बे में झिटकरी रोड पर कंकर वाली कब्रिस्तान की जमीन पर आज तड़के कुछ लोग जेसीबी से नींव की खोदाई कर कब्जा कर रहे थे। जब कुछ लोग कब्रिस्तान पर पहुंचे। इसी दौरान कब्जा होता देख हंगामा शुरू कर दिया। जानकारी पर आसपास के लोग, गणमान्य व पुलिस मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर शांत कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों को पुलिस थाने ले आई। जहां पुलिस ने शांति व्यवस्था का हवाला देकर दोनों पक्षों को एसडीएम के पास भेज दिया। हालांकि, इस मामले में किसी की ओर से कोई तहरीर नहीं आई है।
यह है मामला 
दौराला रोड चुंगी पर सूफी शमसुद्दीन की दरगाह है। इरशाद ने बताया कि यहां पर हाफिज शरीफ व उनके गुरु भाई कारी मतलूब रहते हैं। हाफिज शरीफ बीमार चल रहे थे। जिनका देर रात रात देहांत हो गया था। जब वह रविवार सुबह कंकर वाले कब्रिस्तान पर पहुंचे तो आरोप है कि वहां पर कुछ लोग जेसीबी से नींव की खोदाई कर रहे थे। हाफिज शरीफ के बेटे इरफान ने बताया कि आरोपितों ने दफनाने का विरोध किया तो शोर-शराबा होने पर आसपास के लोग भी पहुंच गए थे और हंगामा शुरू हो गया था। जानकारी पर गणमान्य व पुलिस भी पहुंच गई थी और निर्माण कार्य रूकवा दिया था। इस दौरान पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया और दोनों पक्षों को थाने ले आई। जहां गणमान्यों व दूसरे पक्ष के लोगों ने दस्तावेज दिखाए। इस पर पुलिस ने दोनों पक्षों को एसडीएम के पास भेज दिया। जब इस संबंध में एसडीएम अमित कुमार भारतीय से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया तो उनका फोन नहीं उठा।
18 वर्ष पहले कब्रिस्तान को दी थी खेवट की जमीन
ऐनुद्दीन शाह ने बताया कि यह खेवट की 24 सौ गज जमीन पूर्वजों की थी। दादा हबीब शाह के इंतकाल के बाद ताऊ मोहिउद्दीन शाह रिटायर्ड यूपी आइजी, चाचा शाहबुद्दिन बाबर शाह व पिता साईदुद्दीन खालिद शाह में बांट दी थी। इसके बाद ताऊ ने अपनी जमीन कब्रिस्तान को दे दी थी। इसके अलावा पिता ने भी कुछ जमीन दी थी। वहीं, चाचा के इंतकाल के बाद उनके पिता साईदुद्दीन खालिद शाह ने जमीन खरीद ली थी। जिसे कस्बा निवासी मंगतराम को बेच दिया था।


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