5th क्लास के छात्र ने गेम रिचार्ज के लिए घर से चोरी कर लिए 60 हजार
Meerut ।कोरोना संकट के इस दौर में लगभग डेढ़ साल से सभी स्कूल-कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद चल रहे हैं। ज्यादातर स्कूल और कॉलेज ऑनलाइन क्लास चला रहे हैं। इसके लिए परिजनों पर अलग से आर्थिक भोझ पड़ा है। माता- पिता को छोटे बच्चों को भी स्मार्टफोन दिलाना पड़ रहा है। लेकिन बच्चे स्मार्टफोन का इस्तेमाल पढ़ाई के लिए ना करके मनोरंजन साधन के लिए कर रहे हैं।ऐसा ही एक मामला मेरठइंचोली थाना क्षेत्र के चंदौड़ी गांव का सामने आया है जहां कक्षा 5 में पढ़ने वाले 1 बच्चे को ऑनलाइन क्लास के लिए परिजनों ने स्मार्टफोन दिलाया लेकिन बच्चे ने पढ़ाई छोड़ ऑनलाइन गेमिंग में समय बिताना शुरू कर दिया। हैरानी की बात यह है कि इसके लिए 9 साल के इस छोटे बच्चे ने अपने दादा की अलमारी से करीब 60 हजार चोरी कर लिए।रुपए चोरी होने पर घर में हड़कंप मच गया। परिवार के लोग एक दूसरे पर ही शक करने लगे। इस बीच मंगलवार को बच्चे के दादा किसी काम से मोबाइल रिचार्ज की दुकान पर पहुंचे तो वहां उन्हें पोता मोबाइल गेम रिचार्ज कराता मिला।बच्चे के दादा ने दुकानदार से पूछताछ की तो पता चला कि बच्चा पिछले कई दिनों से मोबाइल गेम रिचार्ज करा रहा था। बच्चे ने दादा की अलमारी से 60 हजार चोरी करने की बात भी कबूल कर ली। मामले का खुलासा हुआ तो परिजनों के पैरों तले की जमीन खिसक गई।
परिजनों ने बच्चे को डाटा लेकिन बच्चे पर इसका कोई असर नहीं हुआ जिसके बाद बच्चे के दादा उनसे पुलिस चौकी लेकर पहुंच गए और पुलिस कर्मियों से कहा जेल भेज दो हालांकि दादा ने बच्चे को डराने के लिए ही यह सब किया।
बता दें देशभर में इस तरह के कई मामले रोज सामने आते हैं। ऑनलाइन गेम के नाम पर खुले तौर पर चल रहे जुए और सट्टे के इस कारोबार पर रोक लगाने के लिए प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। मासूम बच्चे और अनजान लोग ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में अपनी गाढ़ी कमाई लूटा रहे हैं। भविष्य में इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे।
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