मेरठ। चुनावी मौसम के नजदीक आते ही सरकार ने अपराध पर और अधिक शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके तहत अब ग्रामीण क्षेत्र में अपराध रोकने के लिए खाका तैयार किया गया है। जिसके तहत अब पुलिस गांव में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं का निदान करेगी। इसके लिए बीट पुलिस अधिकारी यानी बीपीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। गांव में चौपाल लगाने की जिम्मेदारी भी इन्हीं बीट पुलिस अधिकारियों की होगी। बीपीओ गांव में चौपाल लगाकर समस्या का समाधान करेंगे। एडीजी जोन मेरठ राजीव सबरवाल ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी गांव में सार्वजनिक स्थान पर पोस्टर लगाए जाएंगे। जिस पर बीपीओ का नाम और मोबाइल नंबर होगा। गांव के प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य व पूर्व प्रधान के साथ समन्वय बनाकर यह लोग समस्या का समाधान करेंगे। सभी बीपीओ को पिस्टल दिया गया है।
एडीजी जोन मेरठ राजीव सबरवाल के निर्देश पर सभी गांव में बीट पुलिस अधिकारी नियुक्त किये गये हैं। जो गांव से संबंधित प्रार्थना-पत्र की जांच, सम्मन तामीला के साथ ही अपराध नियंत्रण के लिए सूचना संकलित करेंगे। गांव में जनता के साथ एक दिन चौपाल लगाएंगे, जिसमें समस्या पर चर्चा होगी। ग्रामीणों से संवाद करने के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। एडीजी बीट पुलिस अफसर का क्रिएटिव रिलीज करेंगे। जिसे सभी थाना व पुलिस चौकी में लगाया जाएगा। एडीजी ने बताया कि बीट में पुरुष के साथ ही महिला सिपाहियों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी।

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