हर तीन माह में बदल देना चाहिए मंजन का ब्रुश
दांतों में ठंडा व गरम पानी लगना है पायरिया के लक्षण


बागपत। दंत चिकित्सक डाॅ. राशि जैन ने कहा कि जिस किसी व्यक्ति के दांत नहीं है और उसने वाल्व वाला जबड़ा लगाया हुआ है तो वह उस जबड़े को लगाना छोड़ दे। उससे मुंह की हड्डी गलनी शुरू हो जाती है। कुछ दिनों बाद व्यक्ति को कैंसर भी हो सकता है।
डाॅ. राशि जैन इस संबंध में पत्रकारों से वार्ता कर रही थीं। उन्होंने कहा कि दांत खराब होने के बाद मेटल वाली कैप से भी बचना चाहिए। इससे भी इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। केवल सिरेमिक वाली कैप पहननी चाहिए और वह भी दांतों वाले रंग की। इसके अलावा बताया कि यदि मुंह से दुर्गन्ध आ रही है या फिर ठंडा या गरम पानी लग रहा है या फिर मसूड़ों से खून आ रहा है तो यह सब पायरिया होने के लक्षण हैं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि मंजन के ब्रुश को भी हर तीन माह बाद बदल देना चाहिए। ब्रुश हमेशा ऊपर से नीचे की तरफ तथा गोलाई में करना चाहिए। बच्चों को ज्यादा टाॅफी व चाॅकलेट नहीं देनी चाहिए। दांतों को पीला होने से बचाने के लिए आरओ का पानी सबसे बेस्ट है।  

इन बातों का रखे ध्यान
-सूखे मंजन के बजाय पेस्ट वाला मंजन करें
-बच्चों को टाॅफी व चाॅकलेट से दूर रखे
-ब्रश हमेशा ऊपर से नीचे की तरफ करें, जोर कम लगाए
-हर तीन माह बाद अपना ब्रश बदल दे
-रात को सोने से पहले मंजन जरूर करें
-दांतों में तकलीफ होने पर एक्सपर्ट डेंटिस्ट को दिखाएं

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