मानसून में बालों और स्किन से संबंधित शिकायतें बढ़ जाती हैं। नम हवाओं, बढ़ी हुई आद्र्रता और बारिश में भीग जाने के कारण बैक्टीरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में स्किन और बालों की साफ-सफाई जरूरी होती है। इनकी सफाई में नैचुरल ऑयल्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं। ये सफाई के साथ बिना किसी कृत्रिम केमिकल के उपयोग से फ्रेश और क्लीन लुक भी देते हैं।
मिनरल नहीं नैचुरल आयल
नैचुरल ऑयल्स में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। ये त्वचा की खोई हुई नमी को रीस्टोर करते हैं जबकि मिनरल ऑयल स्किन में एब्जॉर्ब न होकर एक परत तैयार कर देते हैं, जो नुकसानदायक होता है।
हैल्थ एक्सपर्ट्स की राय में हमेशा प्लांट बेस्ड, कोल्ड प्रेस्ड शुद्ध तेलों का ही उपयोग करना चाहिए। इशेंसियल ऑयल्स को कभी भी स्किन पर सीधे न लगाएं बल्कि किसी करियर ऑयल, लोशन या क्रीम में इसकी कुछ बूंदें मिलाएं।
पोमीग्रेनेट ऑयल
स्कैल्प का ब्लड सर्कुलेशन दुरूस्त करके यह ऑयल रूखे और बेजान बालों की खोई हुई चमक लौटाता है। ऊंगलियों के पोरों पर कुछ बूंद तेल लेकर मालिश करें ताकि यह एब्जॉर्ब हो जाए। फिर बालों की लंबाई में भी इसे लगाएं। हथेली पर कुछ बूंद पोमीग्रेनेट ऑयल लेकर रगड़े और गर्म होने पर चेहरे और गर्दन में सर्कुलर मोशन में लगाएं। लेकिन इससे पहले स्किन की सफाई जरूर कर लें।
आरगन ऑयल
विटामिन ई, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना है आरगन ऑयल। इसे नियमित लगाने से एक्ने, स्ट्रेच माक्र्स और बेजान बालों की समस्या से निजात पा सकते हैं। अल्ट्रावायलेट किरणों से क्षतिग्रस्त स्किन पर यह तेल लगाने से सन टेनिंग आदि से भी मुक्ति मिलती है।
टी ट्री ऑयल
जिन लोगों को चेहरे पर एक्ने की समस्या बार बार होती है उनके लिए टी ट्री ऑयल वरदान स्वरूप है। यह डैंड्रफ और हेयरफॉल में भी कारगर दवा का काम करता है। जोजोबा ऑयल में इसकी कुछ बूंदें मिलाकर स्किन और स्कैल्प में मसाज करनी चाहिए। रातभर बालों में लगा रहने से फायदा मिलेगा। इसे लगाने से घाव भी जल्दी भरते हैं।
कश्मीर लैवेण्डर
यह इसेंशियल ऑयल मीठी महक के लिए जाना जाता है। इससे सिरदर्द दूर होने के साथ सुकून मिलता है। इसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसे सीरम, फेस ऑयल या क्रक्रीम में मिलाकर लगाएं तो झाइयां, दाग धब्बे आदि दूर होकर स्किन दमकने लगेगी।
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