परिवार नियोजन के प्रति जागरूक कर रहा स्वास्थ्य विभाग
बुलंदशहर। जनपद में 11 जुलाई से चल रहे जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान 16 स्वास्थ्य केंद्रों पर नसबंदी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। पिछले छह दिनों में स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से 24 महिलाओं व दो पुरुषों ने नसबंदी कराई है। छह दिन में 309 महिलाओं ने आईयूसीडी व 207 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी अपनायी है। 156 महिलाओं ने गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा तो वहीं 342 महिलाओं ने गर्भ निरोधक गोली छाया पर भरोसा जताया है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रोहताश यादव ने बताया परिवार नियोजन के मामले में पुरुषों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और बराबर की भागीदारी करनी होगी तभी सही मायने में परिवार नियोजन कार्यक्रम सफल माना जाएगा।
डा. यादव ने बताया महिला नसबंदी के मुकाबले पुरुष नसबंदी न केवल आसान है बल्कि उसमें समय भी कम लगता है। उन्होंने कहा पुरुषों को इस बात का भ्रम रहता है कि नसबंदी कराने से वह कमजोरी का शिकार हो जाएंगे, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन्होंने बताया जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में छह दिन में जनपद में 24 महिलाओं और दो पुरुषों ने नसबंदी कराई है। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में 309 महिलाओं ने आईयूसीडी और 207 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी अपनायी। सिर्फ इतना ही नहीं जनपद में विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर 156 महिलाओं ने गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर भरोसा जताया। अंतरा त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है, यानि अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाओं को हर तीन माह में यह इंजेक्शन अपनाना होता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह इंजेक्शन निशुल्क लगाया जाता है। पहली खुराक चिकित्सक की देखरेख में लगवानी होती है। उन्होंने बताया 342 महिलाओं ने गर्भनिरोधक गोली छाया पर भरोसा जताया है।
वर्ष 2021 में अब तक
महिला नसबंदी -137
पुरुष नसबंदी -4
आईयूसीडी - 3179
आसीयूडी - 2223
अंतरा इंजेक्शन -1682
माला एन गर्भनिरोधक गोली -5260
कंडोम -332540
छाया -3235
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