दूसरी लहर के मुकाबले होगी काफी घातक
इस पर एम्स दिल्ली के अलावा लखनऊ केजीएमयू और पीजीआई में रिसर्च चल रहा है। अब तक के सर्वे में 85 फीसदी वैज्ञानिकों का कहना है कि तीसरी लहर अक्टूबर महीने तक आ सकती है। कुछ ने सितंबर और अगस्त महीने में भी तीसरी लहर का प्रभाव शुरू होने की बात कही है। हालांकि करीब अधिकांश का मानना है कि दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर का सामना प्रभावी रूप से करने में देश और प्रदेश सक्षम होंगे।
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