मेरठ। सुभारती ग्रुप की संस्थापिका संघमाता डा.मुक्ति भटनागर के परिनिर्वाण के बाद मेरठ सहित देश विदेशों में शोक की लहर है। समाज के हर वर्ग व पंथ के लोग अपनी अपनी रिति रिवाज के अनुसार संघमाता को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे है। इसी क्रम में मुस्लिम समाज ने भी संघमाता डा. मुक्ति भटनागर को खि़राजे अक़ीदत पेश करते हुए सुभारती परिवार के लिये सब्र ए जमील की दुआ की है।
शहर की घंटाघर वाली मस्जिद में इस्लामिक विद्वान इमाम क़ारी ज़फ़र इस्लाम के नेतृत्व में संघमाता डा. मुक्ति भटनागर को खि़राजे अक़ीदत पेश की गई। उन्होंने सुभारती परिवार के सदस्यों हेतु सब्र जमील की दुआ कराते हुए ग़म के इस मुश्किल वक्त में मुस्लिम समाज की ओर से विन्रम सहानुभूति पेश की है। उन्होंने दुख ज़ाहिर करते हुए कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर का अचानक दुनिया से विदा होना सुभारती परिवार के साथ हमारे पूरे देश के लिये बहुत बड़ा नुकसान है। उन्होंने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर ने अपनी सारी जिन्दगी शिक्षा व चिकित्सा के साथ कौमी एकता के लिए गुज़ारी है और सुभारती विश्वविद्यालय व अस्पताल सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयों तथा चिकित्सा केन्द्रों की स्थापना से हमारे देश की खि़दमत की हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया से विदा होने वाले इंसान को कभी भुलाया नही जा सकता है और जिस प्रकार संघमाता डा. मुक्ति भटनागर का व्यक्तित्व रहा है वह हमारे लिये आदर्श रूपी है।
सुभारती विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी अनम शेरवानी ने कहा कि संघमाता डा. मुक्ति भटनागर ने समाज को उन्नति का मार्ग दिखाकर हर वर्ग के लोगो को मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि संघमाता के परिनिर्वाण से हमारे सुभारती परिवार सहित देश विदेशों में लोगो को गहरा सदमा पहुंचा हैं। उन्होंने बताया कि संघमाता हमेशा समाज को एकता का संदेश देकर सभी वर्गो के लोगो को उन्नति करने हेतु प्रोत्साहित किया करती थी। उनका हमारे बीच से जाना बहुत दुखदाई है। उन्होंने मुस्लिम समाज का सुभारती परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट करने पर सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मौके पर हाजी मौ. आसिफ, हाजी सलीम, मौ. अकबर, डा. राशिद, हाजी रईस, इशरत खान, हाफ़िज़ मुजम्मिल, अब्दुल सत्तार, यूसुफ खान आदि उपस्थित रहे।



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