मेरठ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी का हठ योग और योग गुरू बाबा रामदेव की योग साधना को अब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के दर्शनशस्त्र के छात्र पढेंगे। विवि के दर्शनशास्त्र के छात्रों के पाठयक्रम में इनकी पुस्तकें शामिल की जाएगी। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हठ योग के बारे में और बाबा रामदेव की योग साधना एवं योग चिकित्सा रहस्य पुस्तक के रूप में दर्शनशास्त्र के छात्र-छात्राओं के समक्ष होगा। बता दे कि इससे पहले हिंदी के छात्रों को गीतकार कुंवर बेचैन और शायर बशीर बद्र का साहित्य पाठयक्रम में पढने को मिलेगा। भौतिक विज्ञान के छात्रों को आर्य भट्ट सरीखे वैज्ञानिकों के बारे में अब बीएससी के छात्र-छात्राओं को पहले साल में पढ़ाया जाएगा। बता दे कि इन सभी पाठयक्रमों पर विवि के बोर्ड आफ स्टडीज की बैठक में मुहर लग गई है। ये नए पाठयक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सत्र 2021-22 के लिए बनाए गए हैं। 
इसके अलावा बीए उर्दू में इस्माइल मेरठी समेत पश्चिमी यूपी के सात साहित्यकार शामिल किया गया है। जिनमें गीत-गजल भी शामिल की गई है। कैंपस में नए सत्र से बीए उर्दू कोर्स भी शुरू हो जाएगा। कैंपस और कॉलेजों में पाठ्यक्रम एक समान रहेगा। बीए उर्दू के नए सिलेबस में गीतकार कुंवर बेचैन, शायर इस्माईल मेरठी, शायर बशीर बद्र, साहित्यकार विष्णु प्रभाकर और सुदामा पांडे ‘धूमिल’ की रचनाएं पढ़ाई जाएंगी।  
बीए उर्दू विषय के पाठ्यक्रम में उर्दू के साथ-साथ हिंदी पत्रकारिता को भी शामिल किया गया है। आईटी पाठ्यक्रम को भी स्थान दिया गया है, जिससे उर्दू पढ़ने-लिखने वाले विद्यार्थी कंप्यूटर और उसकी तकनीक से लाभान्वित होंगे। उर्दू फांट और प्रमुख वेबसाइटों के साथ-साथ हिंदी के प्रमुख फांट कृति देव और प्रमुख हिंदी वेबसाइट का भी अध्ययन कर सकेंगे। 
उर्दू पाठ्यक्रम में नए-पुराने, उत्तर-पूर्व यूपी एवं स्थानीय साहित्यकारों को प्रमुखता दी गई है। पाठ्यक्रम में शामिल नज्म-नस्र (पद्य-गद्य) के उर्दू-हिंदी के साहित्यकारों में गालिब, अल्लामा इकबाल, मीर, पंडित दया शंकर नसीम, मिर्जा सलामत अली दबीर, इंतजार हुसैन, सर सैयद, प्रेमचंद के अलावा नए सत्र से इस्माईल मेरठी और बशीर बद्र के साहित्य को भी शामिल किया गया है। हिंदी में अमीर खुसरो, कबीरदास, रहीम, प्रेमचंद एवं नए सत्र से विष्णु प्रभाकर, कुंवर बेचैन और सुदामा पांडे ‘धूमिल’ को शामिल किया गया है। 
कन्वीनर डॉ. डीएन सिंह ने बताया कि बीए के द्वितीय, चतुर्थ और छठे सेमेस्टर में एक विषय अब प्रैक्टिकल का रहेगा। इसके अलावा सीसीएसयू के 30 फीसदी सिलेबस में दो माइनर पेपर बनाए हैं। बैठक में प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला, कन्वीनर डॉ. डीएन सिंह और सदस्य शामिल रहे।

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