मेरठ। महानगर में युवाओं को वैक्सीनेशन करने की बातें हर रोज स्वास्थ्य विभाग बढा—चढाकर कर रहा है। लेकिन हकीकत इससे कुछ अलग ही है। जमीनी हकीकत की बात करें तो स्लॉट खुलने के चंद सेकेंड के बाद ही फुल हो जाता है। जिसके कारण वैक्सीन लगवाने की चाह रखने वाले युवा सप्ताह भर से स्लॉट नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। शहर में वैक्सीनेशन के स्लॉट को बुक कराने को लेकर भी खेल हो रहा है।
कई ग्रुप ऐसे चल रहे हैं जो कहां कितनी डोज उपलब्ध है। उसका डाटा ग्रुप में मौजूद लोगों तक पहुंचा रहे हैं। जिसके कारण सैकड़ों वैक्सीनेशन वाला स्लॉट चंद सेकेंड में फुल हो जाता है। जय देवी नगर निवासी अनुराग का कहना है कि वे कई दिनों से आस-पास के सेंटरों में स्लॉट के लिए कोशिश कर रहे हैं। कोविन ऐप से सभी सेंटरों पर चंद मिनटों में स्लॉट फुल हो जाते हैं। ऐसा अंसभव हैं कि सभी सेंटर कुछ ही देर में कैसे भर सकते हैं। हालांकि पिछले दिनों इसमें कुछ छूट की घोषणा की गई है। पंजीकरण कराने वाले व्यक्ति के वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं पहुंचने पर गैर पंजीकृत व्यक्ति का तुरंत पंजीकरण कर उसको लाभ दिया जाएगा। इसका लाभ प्रमुख रूप से गैर स्मार्टफोन वाले व्यक्तियों को दिया जाएगा। 
माधवपुरम निवासी रोहित पिछले एक सप्ताह से अपने स्मार्टफोन में कोविन एप से वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराने में लगे हुए हैं। वे लगातार दोस्तों से संपर्क बनाकर दिन और रात में वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने में लगे रहते हैं। परंतु जब भी वे एप को ओपन करते उन्हेंं स्लॉट भरे हुए मिलते हैं। आखिरकार उन्होंने पिछले दिनों ग्रामीण क्षेत्र के एक सेंटर पर दोस्तों के जाकर वैक्सीनेशन कराया।
मोदीपुरम निवासी पिंकी त्रिवेदी लगभग दस दिनों से प्रतिदिन स्लॉट को बुक करने की कोशिश कर रहीं हैं। हर बार उन्हेंं शहर व आस-पास के क्षेत्रों के स्लॉट भरे होने की जानकारी मिलती है। जिसके कारण वे वैक्सीन नहीं लगवा पा रही हैं। उन्होंने बताया कि दोस्तों से देर रात में स्लॉट खुलने जानकारी मिलने के बाद वे दो दिन से देर रात में एक बार स्लॉट हासिल करने की कोशिश करती हैं।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts