नई दिल्ली। किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने के अवसर पर दिल्ली के तीनों बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों द्वारा आज काला दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में किसान अपने घरों के बाहर काले झंडे लगाकर केंद्र सरकार का विरोध कर रहे है। गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों ने काला दिवस मनाने की तैयारियां पूरी कर ली हैं और इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी काली पगड़ी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया है। 

वहीं भारतीय किसान यूनियन की तरफ से सभी जिला अध्यक्षों को भी यह निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने घरों के बाहर काले झंडे लगाएं और नजदीकी प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपे। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर होगा जहां किसान काले झंडे लहराकर केंद्र के समक्ष अपना विरोध दर्ज करेंगे। वहीं 
टिकैत का कहना है कि बीते छह महीने से किसान आंदोलन मजबूती के साथ खड़ा हुआ है। किसान घर और खेत पर भी मौजूद हैं। साथ ही आंदोलन पर भी नजर बनाया हुआ है। दिल्ली कूच करने के लिए तमाम गांवों में किसान ट्रैक्टरों में डीजल डाल कर तैयार खड़ा हुआ है। जब भी आह्वान किया जाएगा कुछ ही घंटों में किसान बॉर्डर पर नजर आएंगे। 

टिकैत ने कहा किसान आंदोलन में तमाम राज्यों के किसानों ने अहम भूमिका निभाई है। विभिन्न प्रदेशों से किसान नौजवान मजदूर दिल्ली की सीमाओं पर आए और आंदोलन में शामिल हुए। केवल किसान ही नहीं बल्कि मजदूर, नौजवान और आम जनता भी आज किसान आंदोलन के साथ खड़ी हुई है। 

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