लखनऊ। राजधानी लखनऊ में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान घातक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक गिरोह को पकड़ा। गिरोह के पास से परमाणु बम बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला दुनिया का दूसरा सबसे महंगा रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलीफोर्नियम बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करके बरामद किए गए संदिग्ध कैलीफोर्नियम पदार्थ को टेस्ट के लिए कानपुर भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार, पूरा मामला लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र का है। यहां शुक्रवार सुबह थाने की पुलिस टीम की ओर से लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पॉलिटेक्निक चौराहे पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। गाजीपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रशांत मिश्रा ने बताया कि चेकिंग के दौरान संदिग्ध वाहन में तस्करों के आने की जानकारी मिली। तभी चौराहे पर आ रही सफेद रंग की वैग्नार कार को रोका गया। कार में 8 आरोपियों के साथ 340 ग्राम रेडियो एक्टिव पदार्थ बरामद किया गया। आरोपियों ने पूछताछ में उस पदार्थ का नाम कैलीफोर्नियम बताया है। इसकी बाजार में कीमत 177 करोड़ रुपए प्रति ग्राम बताई जा रही है।
जांच के लिए कानपुर भेजा संदिग्ध पदार्थ
एडीसीपी प्राची सिंह ने बताया आरोपियों के पास पकड़े गए पदार्थ का नाम कैलीफोर्नियम बताया जा रहा है। पदार्थ की जांच के लिए उसे लखनऊ विश्वविद्यालय की लैब में भेजा गया था, जहां से पता चला कि यह रेडियो एक्टिव पदार्थ तो है लेकिन कैलीफोर्नियम है या नहीं, यह नहीं कहा जा सकता। संदिग्ध कैलीफोर्नियम पदार्थ को टेस्ट के लिए आईआईटी कानपुर भेजा गया है। वहां से जांच रिपोर्ट के आने के बाद कैलीफोर्नियम के होने या न होने की पुष्टि हो पाएगी।
ये पकड़े गए
एडीसीपी ने बताया कि पकड़े गए गिरोह में कृष्णानगर निवासी अभिषेक चक्रवर्ती और अमित कुमार, बिहार निवासी महेश कुमार और रविशंकर, बाजारखाला निवासी शीतल गुप्ता उर्फ राज गुप्ता, बस्ती निवासी हरीश चौधरी रमेश तिवारी और श्याम सुंदर शामिल है। आरोपियों से गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में सख्ती से पूछताछ की जा रही है।

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