कोरोना मरीज ने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम

 मेरठ। दिल्ली-एनसीआर के किसी भी हॉस्पिटल में भर्ती नहीं करने के बाद मेरठ पहुंचे कोरोना संक्रमित मरीज ने मेडिकल अस्पताल की दहलीज पर तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। उसको ऑक्सीजन बेड नहीं मिल पाया।
गाजियाबाद के मुरादनगर में शिवम विहार कॉलोनी निवासी 31 वर्षीय संदीप शर्मा कोरोना संक्रमित हो गए। ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा। परिजनों के अनुसार, सोमवार को दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद के अस्पतालों में लेकर गए। सभी अस्पतालों ने बेड नहीं होने का हवाला देकर मरीज भर्ती करने से इनकार कर दिया। रात करीब 9 बजे वह संदीप को लेकर मेरठ आए।
परिजनों के अनुसार, उन्होंने मेरठ के सभी निजी-सरकारी अस्पतालों को फोन मिलाया। सभी अस्पतालों ने 'नो बेड' होने की बात कही। इसके बाद वह मेडिकल अस्पताल पहुंचे। यहां भी मरीज को बेड नहीं होने की बात कहकर भर्ती करने से मना कर दिया। आखिरकार ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे संदीप की एंबुलेंस में ही तड़प-तड़पकर मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव मुरादनगर ले गए।
दावे और हकीकत की पोल खुली
मेरठ में 'नो बेड' की स्थिति तब है, जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को दावा किया है कि यहां 1700 से ज्यादा बेड खाली पड़े हैं। इस दावे के विपरीत सभी निजी और सरकारी अस्पतालों ने 'नो बेड' बताया। कुल मिलाकर संदीप की मौत ने स्वास्थ्य अफसरों के दावे और हकीकत की पोल खोलकर रख दी है।
डेढ़ साल में दोनों भाइयों की मौत
संदीप उर्फ सनी के पिता विनीत शर्मा शिमला के खाद्यी ग्रामोद्योग में कार्यरत हैं। संदीप के भाई की भी करीब डेढ़ साल पहले ट्रेन हादसे में मौत हो गई थी। ट्रेन में अधिक भीड़ होने से वह दरवाजे पर लटका हुआ था। खंभे से टकराकर मौत हो गई थी। डेढ़ साल में विनीत के दूसरे बेटे की मौत से पूरा परिवार टूट गया।

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